Railway News: मेला स्पेशल में बुक हुए महज 5 टिकट, निरस्त की गई ट्रेन
मेला स्पेशल एक्सप्रेस के रूप में चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों में यात्रा करने वाले आम यात्री और श्रद्धालु टिकट ही नहीं बुक नहीं कर रहे। ऐसे में भविष्य में भी रेलवे की सवारी गाडिय़ों को एक्सप्रेस बनाकर चलाने की योजना परवान चढऩे से पहले ही ध्वस्त हो गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वांचल के लोगों को मेला स्पेशल एक्सप्रेस के रूप में चलने वाली सवारी गाडिय़ां (पैसेंजर ट्रेनें) रास नहीं आ रहीं। इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले आम यात्री और श्रद्धालु टिकट ही नहीं बुक नहीं कर रहे। ऐसे में भविष्य में भी रेलवे की सवारी गाडिय़ों को एक्सप्रेस बनाकर चलाने की योजना परवान चढऩे से पहले ही ध्वस्त हो गई है।
मेला स्पेशल एक्सप्रेस के रूप में चलने वाली सवारी ट्रेनों में बुक नहीं हो रहे टिकट
वसंत पंचमी पर्व के लिए 15 फरवरी को मंडुआडीह से प्रयागराज रामबाग के लिए चलने वाली मेला स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन में महज 5 यात्रियों ने आरक्षित टिकट बुक कराया था। जबकि, ट्रेन पूरी तरह फुल होकर प्रयागराज रामबाग पहुंची थी। सवारी गाडिय़ों में आरक्षित टिकट के प्रति लोगों की उदासीनता और घाटे को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने 16 फरवरी को प्रयागराज रामबाग से मंडुवाडीह के लिए चलने वाली मेला स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन को निरस्त कर दिया है। यही स्थिति मकरसंक्रांति पर्व पर नौतनवां और बढऩी से चलने वाली मेला स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों की रही।
परवान चढऩे से पहले ही ध्वस्त हो गई सवारी गाडिय़ों में आरक्षित टिकट की योजना
लगातार तीन दिन तक चली करीब 700 सीटों वाली ट्रेनों में औसत 50 से 100 आरक्षित टिकटों की बुकिंग हो रही थी। जबकि, ट्रेनें पूरी तरह फुल होकर चल रहीं थीं। यात्रियों को सहूलियत तो मिली लेकिन रेलवे को घाटा उठाना पड़ा। दरअसल, जनरल टिकटों की बुकिंग बंद होने तथा रेलवे बोर्ड की गाइड लाइन जारी नहीं होने पर रेलवे ने गोरखपुर में लगने वाले खिचड़ी और प्रयागराज में लगने वाले माघ मेला के लिए लिए पैसेंजर ट्रेनों को ही एक्सप्रेस के रूप में चलाने की योजना बना ली थी। इन ट्रेनों में भी जनरल की जगह कंफर्म आरक्षित टिकट अनिवार्य कर दिया गया। लेकिन लोगों ने रेलवे की इस योजना को खारिज कर दिया है।