UP की सभी ग्राम पंचायतों में लगाए जाएंगे CCTV कैमरे, गोरखपुर के माडल को पूरे प्रदेश में लागू करने का आदेश जारी
ADG जोन अखिल कुमार ने पहले गोरखपुर शहर क्षेत्र में आपरेशन त्रिनेत्र के जरिये जनसहयोग से प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगवाने की पहल की थी। बाद में कमिश्नर के सहयोग से इसे जिले की सभी ग्राम पंचायतों में लगवाने का फैसला लिया गया। इसके तहत गांवों के चौक-चौराहों पर लोगों के सहयोग से कैमरे लगवाए गए। अब ये व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू हो गई।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। जनसहयोग से जिले में आपरेशन त्रिनेत्र के तहत शुरू हुआ सीसीटीवी कैमरा लगवाने का अभियान अब पूरे प्रदेश की ग्राम पंचायतों में लागू होगा। अपर मुख्य सचिव पंचायती राज मनोज कुमार सिंह ने निदेशक पंचायती राज, निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) एवं सभी जिलाधिकारियों के लिए आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश में गोरखपुर से शुरू हुए इस अभियान की सराहना करते हुए इसके फायदे भी गिनाए गए हैं। अपर मुख्य सचिव ने सभी ग्राम पंचायतों को कैमरे लगवाने का निर्देश दिया है।
शहर से लेकर गांव तक लगवाए गए कैमरे
अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन अखिल कुमार ने पहले शहर क्षेत्र में आपरेशन त्रिनेत्र के जरिये जनसहयोग से प्रमुख चौराहों पर सीसी कैमरे, पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगवाने की पहल की थी। बाद में तत्कालीन मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी के सहयोग से इसे जिले की ग्राम पंचायतों में लगवाने का निर्णय लिया गया। तत्कालीन जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने इसमें प्रमुख भूमिका निभाते हुए ग्राम प्रधानों को प्रेरित किया।
अभियान के अच्छे परिणाम भी मिले
आपरेशन त्रिनेत्र के उपअंश ग्रामीण त्रिनेत्र के जरिए 100 से अधिक ग्राम पंचायतों में 400 से अधिक स्थलों पर कैमरे, पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगवाए गए। कई गांव वर्तमान में सीसी कैमरे से संतृप्त हो चुके हैं। गांवों में जाकर एडीजी जोन ने प्रधानों को पुरस्कृत भी किया। इस अभियान के अच्छे परिणाम भी मिले हैं। इसके बाद अपर मुख्य सचिव ने प्रदेश के हर ग्राम पंचायत में गोरखपुर माडल लागू करने का निर्देश दिया है।
सार्वजनिक स्थानों पर ही लगाए जाएंगे कैमरे
सार्वजनिक स्थानों पर ही कैमरे लगाए जाएंगे। व्यक्तिगत स्थान पर इसे नहीं लगाया जाएगा। इसके लिए लोगों से सहयोग भी लिया जा सकेगा। सीसी कैमरों एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम की बनावट व माडल पुलिस कंट्रोल के अनुकूल होगी। इसे एकीकृत पुलिस कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम से संबद्ध किया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद अपराधियों से निपटने में भी पुलिस को सहूलियत होगी।
ये होंगे लाभ
- ग्रामीण स्वच्छता अभियान एवं ग्रामीण स्वच्छता निगरानी को आधुनिक तकनीक आधार पर सफल बनाने में कैमरे सहायक होंगे।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से शुरू किए गए विशेष अभियान मिशन शक्ति को लागू करने में सहायता मिलेगी।
- मौसम से जुड़ी जानकारी एवं चेतावनी आम लोगों तक पहुंचाने में सहायता मिलेगी।
- महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं उन्हें सशक्त बनाने में सीसी कैमरों एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग प्रभावी होगा।
- स्वच्छता अभियान के कार्यान्वयन में आने वाली विसंगतियों की पहचान की जा सकेगी।
रेलवे स्टेशन परिसर में लगेंगे नए माडल के 130 सीसी कैमरे
गोरखपुर रेलवे स्टेशन परिसर में पहुंचते ही शातिर पकड़ लिए जाएंगे। गोरखपुर जंक्शन परिसर में नए माडल के 130 सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। रेलवे सुरक्षा बल ने (आरपीएफ) 100 और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने 30 सीसी कैमरा लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है। स्टेशन पर लगा वीडियो सर्विलांस सिस्टम कैमरे की जद में आते ही चिह्नित शातिर को पहचान लेगा और सुरक्षा बलों को सतर्क कर देगा।
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त्योहारों को देखते ही सुरक्षा बलों ने तेज की तैयारी
दशहरा और दीपावली पर्व को देखते ही सुरक्षा बलों ने तैयारी और तेज कर दी है। स्टेशन परिसर में 67 सीसी कैमरे लगे हैं, लेकिन वे आठ साल पुराने हो गए हैं। मरम्मत कर उन्हें किसी तरह संचालित किया जा रहा है। अब उनकी जगह नए माडल के नए कैमरे लगेंगे। कैमरों को संचालित करने के लिए वीडियो सर्विलांस सिस्टम लागू कर दिया गया है।
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जानकारों के अनुसार एकीकृत सुरक्षा प्रणाली के तहत गोरखपुर, लखनऊ और छपरा जंक्शन, काठगोदाम, रुद्रपुर सिटी, बस्ती, खलीलाबाद, गोंडा, आजमगढ़, बलिया, बेलथरा रोड, देवरिया सदर, मऊ और सिवान में वीडियो सर्विलांस सिस्टम में चिन्हित शातिरों की तस्वीरें लोड कर दी गई हैं। वीडियो सर्विलांस सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इनेबल वीडियो एनालिटिक्स साफ्टवेयर और फेसियल रिकगनिशन साफ्टवेयर काम करता है, जिससे चिह्नित अपराधियों का स्टेशन परिसर में आने पर, अलर्ट जारी करने में मदद मिलती है।
कैमरे की निगरानी में होगी बोगियों की धुलाई
गोरखपुर से बनकर चलने वाली ट्रेन की बोगियों में अब गंदगी नहीं दिखेगी। कोच सहित टायलेट भी साफ-सुथरे होंगे। कर्मचारियों की मनमानी नहीं चलेगी। बोगियों की सफाई और मरम्मत अब कैमरे की निगरानी में होगी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार न्यू वाशिंग पिट में 60 और ओल्ड वाशिंग पिट में 32 सहित कुल 92 सीसी कैमरे लगा दिए गए हैं। न्यू वाशिंग पिट में वंदे भारत की भी सफाई-धुलाई होती है। बोगियों की समुचित सफाई के साथ वाशिंग पिट की सुरक्षा भी बढ़ जाएगी।