Gorakhpur Railway: गोरखपुर से नकहा तक रेललाइन पार नहीं कर पाएंगे लोग, दोनो तरफ से बनेगी दीवार Gorakhpur News
गोरखपुर-कुसम्ही गोरखपुर-डोमिनगढ़ और गोरखपुर- नकहा जंगल रेलमार्ग की लाइनों के दोनों तरफ बाउंड्रीवाल बनाई जाएगी। गोरखपुर-नकहा जंगल मार्ग पर दोहरीकरण के साथ बाउंड्रीवाल का निर्माण शुरू हो गया है। गोरखपुर से कुसम्ही और डोमिनगढ़ के बीच तीसरी लाइन बन रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। अब रेल लाइनों पर आवाजाही मुश्किल होगी। आम आदमी ही नहीं छुट्टा पशु भी नहीं जा सकेंगे। चोरी और छिनैती के अलावा ट्रेनों पर पत्थर फेंकने की घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने शहरी क्षेत्र में पडऩे वाली रेल लाइनों और गोरखपुर स्टेशन को पूरी तरह सुरक्षित करने की योजना तैयार की है।
दोनो तरफ से बंद होगी रेल लाइन
नई व्यवस्था के तहत गोरखपुर क्षेत्र में पडऩे वाली रेल लाइनों को पूरी तरह पैक कर दिया जाएगा। पैक रेल कारिडोर (गलियारा) में ही ट्रेनें चलेंगी। इसके लिए गोरखपुर-कुसम्ही, गोरखपुर-डोमिनगढ़ और गोरखपुर- नकहा जंगल रेलमार्ग की लाइनों के दोनों तरफ बाउंड्रीवाल बनाई जाएगी। गोरखपुर-नकहा जंगल मार्ग पर दोहरीकरण के साथ बाउंड्रीवाल का निर्माण शुरू हो गया है। गोरखपुर से कुसम्ही और डोमिनगढ़ के बीच तीसरी लाइन बन रही है। तीसरी लाइन के निर्माण के साथ ही बाउंड्रीवाल भी बनने लगेगी। रेलवे प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। यही नहीं रेलवे स्टेशन भी पूरी तरह सुरक्षा घेरा में होगा।
धर्मशाला और असुरन चौक की तरफ दीवार चलाने की योजना
धर्मशाला और असुरन चौक तथा बिछिया कालोनी की तरफ से दीवार चलाने की भी योजना तैयार की गई है। दरअसल, गोरखपुर जंक्शन पूरी तरह से खुला है। कहने के लिए तो कई गेट हैं और जांच की व्यवस्था है। लेकिन धर्मशाला, असुरन और बिछिया की तरफ से सैकड़ो लोग बिना जांच- पड़ताल के स्टेशन पर आवागमन करते हैं। संदिग्ध लोगों की आवाजाही भी बनी रहती है। यही नहीं डोमिनगढ़ स्टेशन के पास ट्रेनों पर पत्थर फेंकने के मामले भी प्रकाश में आते रहते हैं। ऐसे में अब सुरक्षा घेरा तैयार हो जाने से सिर्फ गेटों से प्रवेश मिल पाएगा।
चाकचौबंद होगी लखनऊ मंडल की 25 स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख 25 स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था और चाकचौबंद होगी। इसके लिए रेलवे सुरक्षा बल ने स्टेशन सिक्योरिटी प्लान तैयार किया है। गोरखपुर और लखनऊ जंक्शन पर पहले से ही एकीकृत सुरक्षा प्रणाली लागू है। गोरखपुर में 67 और लखनऊ में 49 सीसी कैमरे लगे हैं। गेटों पर मेटल डिटेक्टर और बैगेज स्कैनर लगाए गए हैं।
ड्रोन कैमरे से होगी रेलवे स्टेशनों की निगरानी
गोरखपुर, गोंडा और लखनऊ जंक्शन की निगरानी ड्रोन कैमरे से होगी। रेलवे सुरक्षा बल लखनऊ मंडल ने सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए ड्रोन कैमरों का प्रस्ताव और बजट तैयार कर लिया है। मुख्यालय गोरखपुर ने भी अपनी संस्तुति प्रदान कर दी है।