Gorakhpur: कच्ची के अड्डे पर छापेमारी कर रुपये वसूलने वाले दोनों सिपाहियों पर कार्रवाई तय, ASP ने की पूछताछ
गुलरिहा थाने के हलका नंबर-तीन व दो में तैनात दोनों सिपाहियों ने बिना वर्दी महराजगंज की सीमा में पहुंचकर कच्ची के अड्डे पर छापेमारी कर 45 हजार रुपये की वसूली की थी। मामले में एएसपी ने पूछताछ के लिए दोनों सिपाहियों को बुलाया। इसके बाद निलंबन की रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी। उधर पता चला है कि घटना के बाद थाना प्रभारी ने एक सिपाही को हमराही बना लिया था।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 09 Sep 2023 01:43 PM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महराजगंज सीमा में कच्ची के अड्डे पर छापेमारी कर 45 हजार रुपये वसूलने वाले सिपाहियों पर कार्रवाई तय है। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद उच्चाधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया। एएसपी मानुष पारीक ने दोनों को बुलाकर पूछताछ की। इसके बाद निलंबन की रिपोर्ट अधिकारियों को भेज दी है। उधर, वसूली की जानकारी होने के बाद थाना प्रभारी गुलरिहा ने एक सिपाही को अपना हमराही बना लिया था। वहीं दूसरे को मेडिकल कालेज चौकी से संबद्ध कर दिया था।
यह है मामला
गुलरिहा थाने के हलका नंबर-तीन व दो में तैनात सिपाही पांच सितंबर की रात बिना वर्दी के चिलुआ नदी के पार महराजगंज सीमा में घुसे थे, जहां पर उन्होंने गुलरिहा के जंगल सखनी के रहने वाले श्रीपत उर्फ मोछू और जयकरन उर्फ जग्गन को कच्ची के अड्डे पर पकड़ा था। दोनों को जेल भेजने की धमकी देकर रुपये मांगे थे। विरोध करने पर सिपाहियों ने दोनों को जमकर पीटा था। इसके बाद एक से 25 हजार और दूसरे से 20 हजार रुपये वसूलकर वापस चले आए। इस दौरान सखनी का रहने वाला संतू भी उधर से गुजर रहा था। गांव के लोगों को पिटता देख उसने भी सिपाहियों का विरोध किया।
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इस पर दोनों सिपाही ने उसकी भी जमकर पिटाई। संतू ने इसकी जानकारी पत्नी को दी। अगले दिन छह अगस्त को पत्नी ने थाने पहुंचकर थाना प्रभारी से शिकायत की। थाना प्रभारी ने दोनों सिपाहियों को बुलाया और कार्रवाई की बात की। इसके बाद दोनों सिपाही सखनी पहुंचे और 25 हजार रुपये देकर मामले को समाप्त करने की बात कही।
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कहां गए 20 हजार रुपये
सिपाहियों द्वारा 45 हजार रुपये की वसूली की गई थी। थानेदार द्वारा सिपाहियों को तलब करने के बाद दोनों ने सिर्फ 25 हजार रुपये ही वापस किए हैं। 20 हजार रुपये कहां गए, इसका पता नहीं चल रहा है। चर्चा है कि थानेदार ने घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दिए बिना ही एक सिपाही को अपना हमराही बना लिया था और दूसरे को संबद्ध कर दिया था। एएसपी द्वारा इसकी जांच की जा रही है।
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