Indian Bank के तीन कर्मियों व एक अन्य के खिलाफ FIR, 63 खातों से 10.61 लाख रुपये हड़पने का आरोप
गोरखपुर जिले में 63 खातों से 10.61 लाख रुपये हड़पे जाने का मामला सामने आया है। ऐसे में लोगों को काफी सतर्कता बरतने की जरूरत है। उधर मामला सामने आने के बाद इंडियन बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक ने भटहट शाखा में तैनात तीन कर्मचारियों पर धोखाधड़ी और रुपये हड़पने का केस दर्ज कराया है। अब पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।
भटहट (गोरखपुर), जागरण संवाददाता। इंडियन बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक सतीश कुमार सोनकर ने बुधवार को गुलरिहा थाने में तहरीर देकर भटहट शाखा में तैनात तीन कर्मचारियों पर धोखाधड़ी और रुपये हड़पने का केस दर्ज कराया है। ये कर्मचारी बैंक के ग्राहकों से फर्जी फार्म भरवाकर उनका पैसा ले लेते थे। जांच में 63 खातों से 10.61 लाख रुपये हड़पे जाने का मामला सामने आया है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।
यह है मामला
क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि फर्जीवाड़े की शिकायत पर 18 अगस्त को विभागीय जांच को एक टीम शाखा पर भेजी गई। खातों की जांच में पता चला कि तैनात कर्मचारी मयंक श्रीवास्तव द्वारा जंगल डुमरी शाखा के क्लर्क विक्रांत सिंह, दिव्यांश पाण्डेय के साथ मिलकर खातों से फर्जी तरीके से विड्राल फार्म भरकर अनाधिकृत रूप से धन की निकासी किया गया था।
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बैंक द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में भटहट शाखा के 63 खातों से 10 लाख 61 हजार पांच सौ रुपये की अनधिकृत रूप से पद का दुरुपयोग करते हुए धोखाधड़ी, जालसाजी एवं छल करके बैंक में जमा ग्राहकों के रुपये हड़प लिया गया है। इसमें बैंक के अलावा बाहरी लोगों की भी संलिप्तता मिली। थाना प्रभारी गुलरिहा जेएन शुक्ला ने बताया कि तहरीर के आधार पर तीन नामजद व एक अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है।
ब्याज व छोटी रकम पर रहती थी नजर
भटहट शाखा में तैनात कर्मचारियों की नजर ग्राहकों के खाते में मिलने वाले ब्याज की रकम व अनपढ़ ग्राहकों के खातों पर रहती थी। पैसा निकालने के दौरान कागजी औपचारिकता के नाम पर कर्मचारी विड्राल फार्म पर अंगूठा लगवा लेते थे और खाते से पैसा निकाल लेते थे। जालसाजी पकड़ी न जाए, इसलिए छोटी रकम ही निकालते थे, क्योंकि 20 हजार से अधिक की निकासी करने पर बैंक मैनेजर से बाउचर पास करना होता है, जबकि उससे कम की निकासी करने पर कर्मचारी स्वयं की आइडी से ही वाउचर पास कर लेते थे।