Gorakhpur Suicide Case: रागिनी की तलाश करती रही पुलिस, मृतक अखिलेश पर भी दर्ज हुआ केस
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने कार के अंदर खुद को कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर लिया है। घटना के बाद से हड़कंप मच गया है। इसकी जानकारी उसकी महिला मित्र ने उसके दोस्त को दी। दोस्त ने मृतक की पत्नी को सूचना दी। उसने महिला मित्र पर केस दर्ज कराया है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बांसगांव के बहुरीपार निवासी अखिलेश शर्मा को खुदकुशी करने के लिए उकासाने वाली रागिनी यादव अपने बेटो के साथ फरार है। सर्विलांस की मदद से पुलिस गोलघर समेत अन्य जगहों दबिश दी।
आरोपित के गगहा स्थित मंझरिया गांव में भी स्थानीय पुलिस ने छानबीन की। इसके अलावा गुरुवार को गुलरिहा पुलिस ने अवैध तमंचे से गोली मारकर खुदकुशी करने के आरोप में अखिलेश के विरुद्ध भी आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया।
मंगलवार की रात अखिलेश वीडियो काल पर बात करते हुए खुद को गोली मार ली थी। दोस्त की सूचना पर उसकी पत्नी किरन ने 112 पुलिस को फोन किया। खाेजबीन में सरैया स्थित पेट्रोल पंप के सामने निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास अखिलेश की गाड़ी बरामद हुई।
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गुलरिहा पुलिस ने गाड़ी का शीशा तोड़कर शव बाहर निकाला। पत्नी ने रागिनी, उसके दोनों बेटो व एक अज्ञात पर केस दर्ज कराया। इधर, घटना के बाद से आरोपित रागिनी फरार चल रही है। पुलिस की जांच में सामने आया कि रागिनी गोलघर क्षेत्र में किराए का कमरा लेकर रहती है। सूचना के आधार पर पुलिस खोजबीन की लेकिन उसका पता नहीं चला।
धमकी मिलने पर खरीदा था अवैध तमंचापरिवार को छोड़ने का दबाव बनाने पर रागिनी व अखिलेश के बीच कुछ दिनों से अनबन चल रही थी। आरोप है कि रागिनी के दोनों बेटे व अज्ञात युवक भी अखिलेश को जान मारने की धमकी दे रहे थे। जिसके बाद उसने एक परिचित से अवैध पिस्टल और गोलियां खरीदी थी। हालांकि जिस असलहे को उसने सुरक्षा के लिए लिया था उसी से अपनी जान ले ली। पुलिस तमंचा देने वाले की भी तलाश कर रही है।
इसे भी पढ़ें- छह माह पहले PM आवास दिलाने के नाम पर हुआ था अखिलेश-रागिनी में संपर्क इसलिए पुलिस दर्ज करती है केसपुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति अवैध असलहे से खुदकुशी करता है। जांच में सामने आता है कि घटना के पहले से उस व्यक्ति ने अवैध असलहा रखा हुआ है। इस पर पुलिस अवैध तमंचा रखने के आरोप में उस मृत व्यक्ति पर केस दर्ज करती है। जिसकी विवेचना चलती है।
विवचेना में पर्चे काटकर यह लिखा जाता है कि आरोपित की मौत हो चुकी है, इसलिए इस पर न्यायालय में केस नहीं चलाया जा सकता है। यह रिपोर्ट न्यायालय में जमा कर दी जाती है।
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