गोरखपुर में ढाबे पर चल रहा था देह व्यापार, पुलिस ने छापा मार आपत्तिजनक स्थिति में चार जोड़ों को किया गिरफ्तार
मामला गोरखपुर जिले के बड़हलगंज क्षेत्र का है। खड़ेसरी दुबौली में ग्रामीणों के हंगामा के बाद पहुंची बड़हलगंज कोतवाली पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई की। इस दौरान चार जोड़ों के साथ एक किशोरी भी बरामद हुई। ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस को भी धंधे की जानकारी थी लेकिन वह कार्रवाई नहीं कर रही थी। कार्रवाई के बाद संचालक फरार हो गया।
पटनाघाट (गोरखपुर), जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले के बड़हलगंज कोतवाली के रामजानकी मार्ग पर खड़ेसरी दुबौली में चल रहे एक ढाबा पर देह व्यापार को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा किया। कोतवाली पुलिस ने ढाबे पर छापेमारी कर अलग-अलग कमरों से आपत्तिजनक स्थिति में चार जोड़ों को गिरफ्तार किया। एक किशोरी भी पकड़ी गई। पुलिस के आने की सूचना पर ढाबा संचालक और अन्य कर्मचारी मौके से फरार हो गए। पुलिस सभी जोड़ों को कोतवाली उठा लाई है। उधर, ढाबे पर पुलिस की छापेमारी की सूचना बड़हलगंज चौराहा समेत आसपास स्थित होटलों में भी अफरातफरी मच गई। इन होटलों में ठहरे लोग भागने लगे। कई होटल और ढाबे को बंद कर संचालक भाग गए।
यह है पूरा मामला
खड़ेसरी दुबौली मार्ग पर स्थित ढाबे पर आए दिन लोगों की भीड़ को देखते हुए बुधवार को स्थानीय ग्राम प्रधान प्रतिनिधि 50 ग्रामीणों के साथ पहुंचकर हंगामा करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस को बताया कि अंदर देह व्यापार चल रहा है। पुलिस ने ढाबे में स्थित कमरों में छापेमारी की तो चार कमरों से आपत्तिजनक स्थिति में चार जोड़े मिले। एक किशोरी को भी बरामद किया। उधर, पुलिस के आने की सूचना पर अन्य कमरों में ठहरे जोड़े ढाबे के पीछे वाले दरवाजे से फरार हो गए। किशोरी के साथ का युवक भी पीछे के दरवाजे से भाग गया।
पुलिस ने सभी जोड़ों को कोतवाली लाकर उनसे पूछताछ की। बाद में युवतियों के स्वजन को बुलाकर उन्हें सिपुर्द कर दिया। युवकों के विरुद्ध पुलिस 151 की कार्रवाई कर रही है। इससे पहले 2018 में इसी क्षेत्र के एक होटल से पुलिस की छापेमारी में आपत्तिजनक स्थिति में आधा दर्जन जोड़े से ज्यादा पकड़े गए थे।
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बाहर से खस्ताहाल, अंदर थी पूरी व्यवस्था
खड़ेसरी दुबौली मार्ग पर स्थित ढाबा बाहर से खस्ताहाल है, लेकिन पुलिस की छापेमारी के दौरान ऊपर के कमरों में पूरी व्यवस्था है। कमरों में अटैच शौचालय भी बने हैं। कमरों में एसी के साथ बेड समेत अन्य सुविधाएं है। यहां ठहरने वालों को उनकी डिमांड के अनुसार भोजन से लेकर अन्य सभी व्यवस्थाएं ढाबा संचालक द्वारा उपलब्ध कराई जाती थीं। बताया जा रहा है कि इस ढाबे पर प्रति घंटे दो से ढाई हजार रुपये की दर पर कमरे दिए जाते थे। इसके अलावा ढाबे से 100 मीटर की दूरी पर सिर्फ एक मकान है।
ग्रामीणों का आरोप, पुलिस को जानकारी थी
ढाबे पर हंगामा करने वाले ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ढाबे पर अवैध धंधे की जानकारी पुलिस को पहले से थी, लेकिन वह कार्रवाई नहीं कर रही थी। कोतवाली के कई पुलिसकर्मियों का ढाबे पर आना जाना था। वह संचालक से बात कर वापस चले आते थे।
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क्या कहते हैं अधिकारी
पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अरुण सिंह ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने छापेमारी कर ढाबे से जोड़ों को पकड़ा है। युवतियों को उनके स्वजन को सिपुर्द कर दिया गया है। युवकों पर कार्रवाई की जा रही है। ढाबा संचालक को पुलिस तलाश रही है। इनके अलावा आसपास स्थित होटलों और ढाबों की जांच की जा रही है।