Move to Jagran APP

UP News: प्रयागराज के डीएम का सीयूजी नंबर हैक, मंदिर के महंत से मांगा गया चंदा

उत्‍तर प्रदेश के संगमनगरी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां प्रयागराज में जिलाधिकारी के सीयूजी नंबर को हैक कर श्रीमनकामेश्वर महादेव मंदिर के महंत से मंदिर निर्माण के लिए चंदा मांगा गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एक मोबाइल नंबर ट्रेस हो गया है जो गोरखपुर जनपद के रहने वाले किसी व्यक्ति का है।

By Sunil Singh Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 05 Oct 2024 09:59 AM (IST)
Hero Image
जिलाधिकारी का सीयूजी नंबर हैक होने से हड़कंप। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। श्रीमनकामेश्वर महादेव मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी के मोबाइल नंबर पर जिलाधिकारी के सीयूजी नंबर को हैक कर मंदिर बनवाने के लिए चंदा मांगा गया है। तहरीर के आधार पर कीडगंज पुलिस रिपोर्ट दर्ज करके जांच में जुटी है। इसमें सर्विलांस टीम भी लगायी गयी है।

एक मोबाइल नंबर ट्रेस हो गया है, जो गोरखपुर जनपद के रहने वाले किसी व्यक्ति का है। श्रीमनकामेश्वर महादेव मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी के मोबाइल नंबर पर दो अक्टूबर की दोपहर 3:37 बजे फोन आया। उन्होंने देखा तो जिलाधिकारी का सीयूजी नंबर था।

कॉल रिसीव किया तो बोला गया कि महाराज जी बोल रहे हैं। महंत के हां बोलने पर कहा गया कि कुछ देर बाद मेरा पीआरओ फोन करेगा। करीब चार बजे दूसरा फोन आया। फोन करने वाले ने बोला कि डीएम साहब से आपकी बात हुई होगी। उनके गृह जनपद में मंदिर का निर्माण हो रहा है। इसमें आप सहयोग करिए। इसके बाद फोन कट गया।

इसे भी पढ़ें-अमेठी हत्‍याकांड में दारोगा से पिस्टल छीन चंदन ने किया हमला, पुलिस ने मारी गोली

दो-तीन मिनट के भीतर फिर फोन आया। महंत श्रीधरानंद ने काल करने वाले का नाम पूछा तो उसने फोन काट दिया। तीसरी बार फोन आया तो महंत ने फिर उसका नाम पूछा, जिस पर उसने अपना नाम प्रवीण बताते हुए कहा कि मंदिर के लिए सहयोग चाहिए।

महंत ने पूछा कैसा सहयोग चाहिए? जिस पर फिर फोन काट दिया गया। महंत ने जिले में तैनात एक एसडीएम को इसकी जानकारी दी, जिस पर उन्होंने डीएम से बात की। कीडगंज थाने में तहरीर दी गई, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। श्रीधरानंद को जिन नंबरों से फोन किया गया था, उस बारे में पुलिस को बताया गया।

इसे भी पढ़ें- मासूमों को 10-10 रुपये और चॉकलेट देकर चंदन ने मारी थी गोली, एक झटके में बिछ गई थी चार लाशें

सूत्रों के मुताबिक एक नंबर तो बंद मिला, जबकि दूसरा नंबर रिसीव हुआ, जो गोरखपुर के किसी व्यक्ति ने उठाया। लेकिन वह इस बात से अंजान था कि उसके नंबर से किसी को फोन किया गया था। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ का कहना है कि उनका मोबाइल हैक किया गया था। इस मामले में एफआइआर भी दर्ज हो गई है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।