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31 गांव बनाए जाएंगे शहर के योग्‍य, किस गांव पर कितना होगा खर्च, पूरा विवरण यहां देखें Gorakhpur News

नगर निगम क्षेत्र में शामिल 31 गांवों में शहर जैसी सुविधा देने के लिए नगर निगम प्रशासन ने दिसंबर 2019 में सर्वे शुरू कराया था। शहरी सुविधाओं के लिए 168 करोड़ रुपये की जरूरत है।

By Satish ShuklaEdited By: Updated: Thu, 27 Feb 2020 08:15 AM (IST)
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31 गांव बनाए जाएंगे शहर के योग्‍य, किस गांव पर कितना होगा खर्च, पूरा विवरण यहां देखें Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम क्षेत्र में शामिल हुए 31 गांवों में शहरी सुविधाओं के लिए 168 करोड़ रुपये की जरूरत है। नगर निगम ने गांवों का सर्वे कर विकास कार्यों के लिए धन का प्रस्ताव बना लिया है। अब प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।

दिसंबर में हुआ था सर्वे

नगर निगम क्षेत्र में शामिल 31 गांवों में शहर जैसी सुविधा देने के लिए नगर निगम प्रशासन ने दिसंबर, 2019 में सर्वे शुरू कराया था। नगर निगम की टीम ने सड़क, नाली, पीने का पानी, सीवर लाइन, स्ट्रीट लाइट की जरूरतों का अध्ययन किया।

नौ दिसंबर को हुई थी घोषणा

प्रदेश सरकार ने शहर से सटे 31 गांवों को नगर निगम क्षेत्र में नौ दिसंबर, 2019 को शामिल करने की अनुमति दी थी। इसके साथ ही नौ अन्य गांवों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है।

मिलेंगी ये सुविधाएं

नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने के बाद उक्‍त गांवों के लिए सड़क, नाली, सीवर, स्ट्रीट लाइट, सफाई, कूड़ा उठाने आदि की व्‍यवस्‍था की जाएगी।

यह होगा फायदा

शहर का हिस्सा बनने से जमीन के रेट बढ़ेंगे। सुविधाएं मिलने से नागरिकों के जीवनस्तर में सुधार होगा

गांव के लोगों को अदा करना होगा टैक्‍स

नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने के बाद उक्‍त सभी गांवों को सुविधाएं तो मिलेंगी ही, साथ ही सभी ग्रामीणों को जल, सीवर और गृहकर देना पड़ेगा।

उक्‍त गांवों के विकास के लिए यह है बजट का प्रस्ताव

उक्‍त गांवों के संपूर्ण विकास के लिए निर्धारित रकम तय किए गए हैं। इसमें सिक्टौर तप्पा हवेली पर 448.08 लाख रुपये खर्च होंगे। इसी तरह जंगल हकीम नंबर दो के विकास के लिए 1360.58 लाख रुपये, रानीडीहा  पर 48.79 लाख , खोराबार उर्फ सूबा बाजार पर 1376.77 लाख, जंगल सिकरी उर्फ खोराबार पर 1126.09 लाख, जंगल बहादुर अली पर 539.15 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। नुरुद्दीन चक  के विकास के लिए 235.58 लाख, गुलहरिया पर 447.89 लाख, मुडि़ला उर्फ मुंडेरा पर 338.19 लाख, करमहा उर्फ कम्हरिया पर 179.06 लाख, लक्ष्मीपुर तप्पा कस्बा  पर 331.31 लाख, चकरा दोयम  पर 82.40 लाख, चकरा सेयम पर 57.60 लाख, बडग़ो के लिए 849.89 लाख, सेमरा देवी प्रसाद  पर 253.81 लाख, जंगल तिकोनिया नंबर एक के लिए 506.94 लाख, हरसेवकपुर नंबर दो  के विकास के लिए 685.71 लाख, उमरपुर तप्पा खुटहन पर 474.22 लाख, भरवलिया बुजुर्ग पर 1613.79 लाख, पथरा के लिए 1060.76 लाख, रानीबाग पर 398.84 लाख, झरवा के लिए 240.94 लाख, कठवतिया उर्फ कठउर पर 311.33 लाख, पिपरा तप्पा हवेली के लिए 269.78 लाख, कजाकपुर  पर 672.53 लाख, गायघाट बुजुर्ग पर 234.32 लाख, गायघाट खुर्द पर 468.95 लाख, सेंदुली बेंदुली पर 865.86 लाख, रामपुर तप्पा हवेली के विकास के लिए 852.79 लाख, मनहट पर 137.59 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इस तरह  कुल 16796.07 लाख रुपये खर्च किए जाने का प्रस्‍ताव है।

बजट मिलते ही शुरू होगा विकास कार्य

इस संबंध में नगर आयुक्‍त अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि गांवों का सर्वे पूरा कर लिया गया है। प्रस्ताव बनाकर बजट के लिए शासन को भेजा जा रहा है। बजट मिलते ही गांवों में विकास कार्य शुरू कराया जाएगा।