प्रधानमंत्री मोदी व श्रीलंका के राष्ट्रपति 20 अक्टूबर को आएंगे कुशीनगर, मुख्यमंत्री ने की तैयारी बैठक
कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शुभारंभ करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को आएंगे। इस निम्मित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर स्थित सर्किट हाउस में कुशीनगर के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के साथ तैयारी बैठक की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रधानमंत्री का आगमन कुशीनगर में 20 अक्टूबर को होगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कुशीनगर में बहुप्रतीक्षित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शुभारंभ करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को आएंगे। इस निम्मित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर स्थित सर्किट हाउस में कुशीनगर के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के साथ तैयारी बैठक की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रधानमंत्री का आगमन कुशीनगर में 20 अक्टूबर को होगा। इस दिन श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ प्रतिनिधिमंडल कुशीनगर आएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री उपस्थित रहेंगे और कुशीनगर से अंतरराष्ट्रीय सेवा का शुभारंभ करेंगे।
मुख्यमंत्री ने जनसभा के स्थान और अन्य व्यवस्था के संबंध में की चर्चा
मुख्यमंत्री ने इस दौरान होने वाली जनसभा के लिए स्थान और अन्य व्यवस्था के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के मंडलायुक्त, डीआइजी और भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेंद्र सिंह से कहा कि आप लोग शनिवार को कुशीनगर पहुंचकर तैयारी के संबंध में निर्णय लें। मुख्यमंत्री ने 12 या 13 अक्टूबर को कुशीनगर स्वयं आकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की व्यवस्था देखने की बात कही। इस बैठक में क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेंद्र सिंह, देवरिया के सांसद डा. रमापति राम त्रिपाठी, कुशीनगर के सांसद विजय दुबे, जिलाध्यक्ष प्रेमचंद्र मिश्र, विधायक गंगा सिंह कुशवाहा, रजनीकांत मणि त्रिपाठी, पवन केडिया, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष पी एन पाठक, मीडिया प्रभारी डा. बच्चा पांडेय नवीन, क्षेत्रीय मंत्री मोहन चौहान, क्षेत्रीय कार्यालय मंत्री सत्येंद्र कुमार मिश्र मौजूद रहे।
पीएम के आने से पर्यटन व्यवसाय की संभावनाओं को भी हिलोर
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशीनगर आने की संभावनाओं के साथ पर्यटन विकास की संभावनाएं भी हिलोर मारने लगी हैं। इस कार्यक्रम से विश्व पर्यटन के मानचित्र पर बुद्ध स्थली का महत्व और भी बढ़ जाएगा। विश्वभर के पर्यटकों का इसके प्रति आकर्षण और बढ़ जाएगा। इसके पूर्व 1956 में कुशीनगर का पुनरुद्धार हुआ था, जब भगवान बुद्ध की 2500 वीं जयंती का आयोजन यहां किया गया था। इसमें विश्व के समस्त बौद्ध देशों के शासनाध्यक्षों, राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किया गया था।