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North Eastern Railway: रेलवे अस्पताल में अब नहीं होगी आक्‍सीजन की कमी, खुलेगा बच्चों के लिए अलग वार्ड Gorakhpur News

कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने एलएनएम में कोविड- 19 सेंटर की तरह बच्चों के लिए अलग से पीडियाट्रिक कोविड वार्ड बनाएगा। तैयारी शुरू हो गई है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 29 May 2021 02:42 PM (IST)
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ललित नारायण केंद्रीय रेलवे अस्पताल के मुख्‍य द्वार का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। रेलकर्मियों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें संक्रमित बच्चों के उपचार के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। बच्चों का इलाज भी ललित नारायण केंद्रीय रेलवे अस्पताल (एलएनएम) में ही हो जाएगा। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने एलएनएम में कोविड- 19 सेंटर की तरह बच्चों के लिए अलग से पीडियाट्रिक कोविड वार्ड बनाएगा। तैयारी शुरू हो गई है।

आक्‍सीजन प्‍लांट लगाने की भी प्रक्रिया शुरू

पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी के निर्देशन में रेलवे अस्पताल में पीडियाट्रिक कोविड वार्ड के साथ ही आक्सीजन प्लांट लगाने की भी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आने वाले दिनों में आक्सीजन की कमी नहीं होगी। आक्सीजन के मामले में भी रेलवे आत्मनिर्भर बन जाएगा।

260 गंभीर मरीजों में 150 पूरी तरह से स्‍वस्‍थ

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार काविड-19 सेंटर में संक्रमित रेलकर्मियों व उनके स्वजन का इलाज चल रहा है। अभी तक 260 गंभीर रोगी भर्ती किए गए थे। जिसमें 150 पूरी तरह स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। रेलवे के बाहर के 26 संक्रमितों का भी इलाज किया गया है। संक्रमित रोगियों के लिए अलग से एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। रेलवे अस्पताल के चिकित्सकों की टीम संक्रमितों का इलाज करने के अलावा हेल्पडेस्क से होम आइसोलेट रेलकर्मियों को भी सुझाव दे रही है। डा. एम नाथ और डा. जया गुप्ता के नेतृत्व में गठित चिकित्सकों की टीम वाट््स एप ग्रुप के माध्यम से संक्रमित का हाल-चाल ले रहें है। आवश्यकता पडऩे पर उनके दवा की भी व्यवस्था की जा रही है। टीम उनका मनोबल भी बढ़ा रही है। रेलवे अस्पताल में टीकाकरण की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। 16884 डोज टीका लगाया जा चुका है।

दक्षिण औषधालय में हो रही जांच

ललित नाराण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल के अधीन दक्षिण औषधालय में रेलकर्मियों के लिए आरटीपीसीआर एवं एंटीजन जांच भी हो रही है। अभी तक 3964 जांच हो चुकी है। 

पोस्ट कोविड वार्ड भी कर रहा समाधान

निगेटिव होने के बाद पाजीटिव मरीजों की दिक्कतों के समाधान के लिए रेलवे अस्पताल में अलग से पोस्ट कोविड वार्ड भी खोला गया है। जिसमें पुरुषों और महिलाओं का अलग- अलग उपचार किया जा रहा है। वार्ड में 13 मरीजों का उपचार हो रहा है।

इलाज के लिए लगी हैं चिकित्सकों की 10 टीम

कोविड वार्डों में संक्रमितों के इलाज के लिए 10 टीमें तैयार की गई हैं। जिसमें डा. एम नाथ, डा. अनीता शर्मा, डा. स्नेहलता सिंह, डा. पवन पाल, डा. उमेश मौर्या, डा. दिप्ती पाल, डा. दुर्गेश चौधरी, डा. सीबी सिंह, डा. त्रिभुवन चौधरी, डा. आकांक्षा, डा. सत्येंद्र, डा. शुभम की टीम 24 घंटे संक्रमितों का उपचार कर रही है।

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