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Gorakhpur Heat Stroke: चुनाव में ड्यूटी में आए होमगार्ड सहित चार की मौत, गर्मी बताई जा रही है वजह

heat stroke in gorakhpur गोला संवाददाता के अनुसार देवारी बारी के भैसाव गांव में रहने वाले रामनयन विश्वकर्मा चुनाव ड्यूटी में बस लेकर गोरखपुर विश्वविद्यालय में आए थे। शुक्रवार की सुबह उनकी तबीयत बिगड़ गई। गंभीर स्थिति में सुरक्षाकर्मी जिला अस्पताल ले गए जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। तीन भाइयों में सबसे छोटे रामनयन गगहा में रहकर प्राइवेट बस चलाते थे।

By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 01 Jun 2024 09:41 AM (IST)
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बाएं से गोरखपुर में मृतक दिलीप और रामनयन। जागरण
जागरण संवाददाता,गोरखपुर। गोला थाने पर तैनात पीआरवी जवान और बागपत जिले से लोकसभा सामान्य निर्वाचन की ड्यूटी पर महराजगंज आए होमगार्ड की अचानक तबीयत खराब हो गई। हालत गंभीर होने पर दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

इसके अलावा चुनाव ड्यूटी में बस व बोलेरो लेकर आए दो चालक की भी मृत्यु हो गई। चर्चा है कि गर्मी की वजह से इनकी जान गई है। गाजीपुर जिले के नुनहरा थाना क्षेत्र के सराय बहादुर निवासी सुरेंद्र सिंह यादव (53 वर्ष) डायल 112 में मुख्य आरक्षी के पद पर गोरखपुर जिले में पांच वर्ष से तैनात थे।

उनकी ड्यूटी गोला थाने की पीआरवी पर थी। गुरुवार की शाम सुरेंद्र की तबीयत बिगड़ गई। अचेतावस्था में साथी गोला सीएचसी ले गए, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां पहुंचने पर डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

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वहीं, बागपत जिले के छपरौली थाना क्षेत्र के ककौर गांव के रहने वाले जय भगवान (57 वर्ष) गाजियाबाद में होमगार्ड में कार्यरत थे। 15 अप्रैल से वह चुनाव ड्यूटी में निकले थे। 26 मई को महराजगंज जिला पहुंचे थे। उसी दिन जय भगवान की तबीयत खराब हो गई।

हालत गंभीर होने पर 28 मई को उन्हें बीआरडी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल रेफर कर दिया गया। शुक्रवार की सुबह होमगार्ड जवान की मृत्यु हो गई। उनके भाई संजीव ने बताया कि तबीयत खराब होने की सूचना पर वह गोरखपुर पहुंचे थे।

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गोला संवाददाता के अनुसार देवारी बारी के भैसाव गांव में रहने वाले रामनयन विश्वकर्मा चुनाव ड्यूटी में बस लेकर गोरखपुर विश्वविद्यालय में आए थे। शुक्रवार की सुबह उनकी तबीयत बिगड़ गई। गंभीर स्थिति में सुरक्षाकर्मी जिला अस्पताल ले गए, जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। तीन भाइयों में सबसे छोटे रामनयन गगहा में रहकर प्राइवेट बस चलाते थे।

घटना के बाद स्वजन व दूसरे बस चालकों ने परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। अधिकारियों ने मदद का भरोसा देकर शांत कराया। वहीं, हरपुर-बुदहट संवाददाता के अनुसार जबरैला बिसखोहर गांव के दिलीप कुमार 28 मई को अपनी बोलेरो लेकर चुनाव ड्यूटी में चंपा देवी पार्क में आए थे, जहां 29 मई की रात में उनकी तबीयत बिगड़ गई।

दूसरे गाड़ी चालकों ने स्वजन को सूचना देने के साथ ही बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया, जहां गुरुवार की रात में दिलीप की मृत्यु हो गई।

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