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अब गांव में ही मिल जाएगी खतौनी व प्रमाण पत्र, गोरखपुर की 30 और ग्राम पंचायतों में खुलेंगे जन सेवा केंद्र

अब ग्रामीणों को ब्लाक-तहसील के चौराहों पर खुले जन सेवा केंद्र तक नहीं जाना पड़ेगा। धनराशि से पंचायतों के बगल में ही एक कक्ष का निर्माण कराया जाएगा। पंचायतें संचालन करेंगी। पंचायत सहायकों के जरिए सीएससी का संचालन किया जाएगा। प्रत्येक सेवा के लिए 30 रुपये शुल्क निर्धारित है। इससे संबंधित पंचायतों को आय भी होगी जो वहां के विकास कार्यों में खर्च की जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sun, 26 Nov 2023 11:57 AM (IST)
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भटहट ब्लाक के मौलाखोर में बना कामन सर्विस सेंटर कक्ष। -जागरण
अरुण चन्द, गोरखपुर। खतौनी की नकल हो, जाति-आय प्रमाण पत्र या फिर शादी व बीमारी अनुदान के लिए आवेदन, ऐसी 26 सेवाओं के लिए अब ब्लाक या तहसील के चौराहों पर संचालित जन सेवा केंद्र (सीएससी) तक की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। ग्रामीणों को अपने गांव में ही ये सुविधाएं मिल जाएंगी। इसके लिए राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत सभी पंचायतों में सीएससी खोले जाने हैं, जिसका संचालन पंचायतें ही करेंगी। इसी क्रम में जिले की भी 30 पंचायतों के लिए पांच-पांच लाख यानी 1.50 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इस धनराशि से पंचायतों के बगल में ही एक कक्ष का निर्माण कराया जाएगा और फिर वहां कंप्यूटर व नेट आदि संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।

पंचायतीराज विभाग के मुताबिक चरणवार सभी 1352 पंचायतों में जन सेवा केंद्र की सेवा विकसित की जानी है। पिछले वित्तीय वर्ष में करीब दो दर्जन पंचायतों को सीएससी के लिए चार-चार लाख रुपये आवंटित हुए थे। इनमें से कुछ गांवों में दो-तीन महीने पहले केंद्रों का संचालन भी शुरू हो गया है। अब एक साथ 30 और पंचायतों में भी इस सेवा का विस्तार किया जा रहा है। पंचायत सहायकों के जरिए सीएससी का संचालन किया जाएगा। प्रत्येक सेवा के लिए 30 रुपये शुल्क निर्धारित है। इससे संबंधित पंचायतों को आय भी होगी जो वहां के विकास कार्यों में खर्च की जाएगी।

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जिला पंचायतराज अधिकारी नीलेश प्रताप सिंह ने बताया कि गांव-गांव जन सेवा केंद्र खुल जाने से कई तरह की सेवाओं के लिए लोगों को ब्लाक या तहसील के चौराहों पर खुले जन सेवा केंद्रों तक नहीं जाना होगा। कुछ पंचायतों में सीएससी की सेवा शुरू हुई है, इसके नतीजे भी अच्छे आ रहे हैं। 30 पंचायतों में और जनसेवा केंद्र खोले जाने हैं, जिसके लिए पांच-पांच लाख रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। धीरे- धीरे जिले की सभी पंचायतों में जनसेवा केंद्र खोलने की शासन की योजना है।

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जन सेवा केंद्रों से ये सेवाएं मिलेंगी

जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, खतौनी की नकल, कुटुंब रजिस्टर की नकल के लिए आवेदन, दिव्यांग प्रमाण पत्र, कोविड टीकाकरण पंजीकरण, छात्रवृत्ति के लिए आवेदन, शादी और बीमारी अनुदान के लिए आवेदन, अत्याचारों के बारे में शिकायत के आवेदन, दहेज प्रथा से पीड़ित महिलाओं के लिए कानूनी सहायता, विधवा-बेसहारा महिलाओं की बेटी की शादी के लिए अनुदान योजना, मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना, मुख्यमंत्री खेत-खलिहान अग्निकांड दुर्घटना सहायता योजना, जन शिकायत सेवा, लाइसेंस पंजीकरण, नवीन राशन कार्ड, राशनकार्ड संशोधन, समर्पण व इसका नवीनीकरण, रोजगार पंजीकरण, श्रमिक पंजीयन, श्रमिक अंशदान, योजनाओं के लिए आवेदन, प्रतिष्ठान का पंजीकरण, शिकायत के लिए आवेदन, चरित्र प्रमाण पत्र अनुरोध।

इन पंचायतों को मिला फंड

बांसगांव ब्लाक का कनइचा, पाली खास, रातसाही, कोठा, ब्रम्हपुर ब्लाक का कैथवलिया, बेलघाट का लालपुर, मुरारपुर, भटहट का नबीपुर, गोला का बारानगर, खजनी का औजी, भटियारी, हरदीचक, खोराबार का कोनी, जंगल गौरी नंबर दो उर्फ अमिया, लहसड़ी, रायगंज, पिपराइच का इमलिया उर्फ बिजहरा, रामपुर खुर्द, बसडीला रौसड़, सारंदा, पिपरौली का जोत बगही, साथीपार, पिछौरा, तेनुआ, बनौड़ा, पेवानपुर, सहजनवां का देवरिया और उरुवां ब्लाक का लाखुनपुर बुजुर्ग, राउतपार, पुरवा।

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