बालेश्वर रेल दुर्घटना से लिया सबक, भरे जाएंगे रेलवे में संरक्षा से जुड़े खाली पद; आगे बढ़ेंगे योग्य रेलकर्मी
25 प्रतिशत विभागीय पदोन्नति परीक्षा के माध्यम से भरेंगे। 22 जून को ही विभागीय पदोन्नति के लिए विवरण मांगा गया था। रेलवे बोर्ड की इस पहल से ट्रैकमेंटेनर व खलासी सहित ग्रुप डी के योग्य रेलकर्मियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। पदों को भरने की कार्ययोजना एक जुलाई 2023 से एक जुलाई 2025 तक के लिए बनाई गई है।
गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी। बालेश्वर रेल दुर्घटना के बाद संरक्षा से जुड़े खाली पदों को भरने की कवायद तेज हो गई है। रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल मुख्यालय को निर्देशित किया है कि सीधी भर्ती (डायरेक्ट रिक्रूटमेंट कोटा वैकेंसी) के लिए निर्धारित पदों में से 25 प्रतिशत पद तत्काल विभागीय पदोन्नति परीक्षा (जनरल डिपार्टमेंटल कंपेटेटिव एग्जामिनेशन) कराकर भर लें। पदोन्नति परीक्षा में संरक्षा से जुड़े क्रिटिकल सेफ्टी कैटेगरी (सहायक लोको पायलट, तकनीशियन, जूनियर इंजीनियर और गार्ड) के पदों को ही शामिल किया जाए।
बोर्ड के इस निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने 22 जून को ही विभागीय पदोन्नति परीक्षा की प्रक्रिया शुरू करने के लिए लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर के मंडल रेल प्रबंधकों (डीआरएम) व संबंधित अधिकारियों से दो वर्ष का आवश्यक विवरण मांग लिया है, ताकि रिक्त पदों को समय से भरा जा सके। बोर्ड की इस पहल से ट्रैक मेंटेनर, प्वाइंटमैन और खलासी पद पर तैनात बीटेक, बीए, एमए पास योग्य कर्मचारियों को आगे बढ़ने का मौका तो मिलेगा ही, संरक्षा भी सुदृढ़ होगी।
ग्रुप-डी के रेलकर्मी सहायक लोको पायलट, तकनीशियन, जूनियर इंजीनियर और ट्रेन मैनेजर (गार्ड) तक बन सकेंगे। इसके लिए भारतीय रेलवे स्तर पर केंद्रीयकृत सीबीटी (एकीकृत कंप्यूटराइज्ड बेस्ड टेस्ट) आयोजित किया जाएगा। क्रिटिकल सेफ्टी कैटेगरी के पदों का आकलन कर उसे भरने की कार्ययोजना एक जुलाई 2023 से एक जुलाई 2025 तक के लिए बनाई गई है। विभागीय पदोन्नति परीक्षा के लिए 15 जुलाई से 14 अगस्त तक मंडलवार आनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि जनरल डिपार्टमेंटल कंपेटेटिव एग्जामिनेशन से योग्य कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ मिलता है। पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय ने तीनों मंडलों से विभिन्न श्रेणी में रिक्त पदों तथा अगले दो वर्षों के दौरान रिक्त होने वाले पदों का विस्तृत विवरण मांगा है, जिससे पदोन्नति प्रक्रिया को समय से पूर्ण किया जा सके।
क्या कहते हैं पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री
पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता ने बताया कि बोर्ड का यह फैसला स्वागत योग्य है। सुरक्षित रेल संचालन के लिए संरक्षा का मजबूत होना जरूरी है। इस पहल से निर्बाध ट्रेन संचालन के साथ कर्मचारियों का भी कल्याण होगा। लोगों को अच्छी सुविधा मिलेगी और रेलवे का नाम भी होगा।