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Railway News: ट्रेनों के नाम से हट जाएगा स्पेशल, सामान्य होगा किराया

रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें पुरानी व्यवस्था के अनुरूप चलेंगी। ट्रेनों के नाम से स्पेशल हट जाएगा। किराया भी सामान्य लगेगा। ट्रेनों के सभी नंबरों से शून्य हट जाएंगे। रेलवे के इस फैसले से यात्रियों को बडी राहत मिलेगी।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 08:21 PM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 08:21 PM (IST)
कोरोना काल के बाद ट्रेनों केे नाम के साथ लगा स्‍पेशल शब्‍द हटेगा। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी। रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें पुरानी व्यवस्था के अनुरूप चलेंगी। ट्रेनों के नाम से स्पेशल हट जाएगा। किराया भी सामान्य लगेगा। ट्रेनों के सभी नंबरों से शून्य हट जाएंगे। सामान्य दिनों की भांति ट्रेनों को संचालित करने के लिए रेलवे बोर्ड ने सभी महाप्रबंधकों को निर्देशित कर दिया है।

डिप्‍टी डायरेक्‍टर कोचिंग ने दिया निर्देश

डिप्टी डायरेक्टर कोचिंग राजेश कुमार ने 12 नवंबर को जारी निर्देश में स्थिति सामान्य होने का हवाला देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि सभी श्रेणी की यात्री स्पेशल ट्रेनें नियमित नंबरों और पूर्व निर्धारित सामान्य किराया के आधार पर चलाई जाएंगी। इसके लिए जल्द ही गाइड लाइन जारी कर दी जाएगी। गाड़ियां नियमित वर्किंग टाइम टेबल (वर्तमान समय सारिणी) के आधार पर चलती रहेंगी।

स्‍पेशल हटाने की अभी निर्धारित नहीं हुई है तिथि

हालांकि, उन्होंने ट्रेनों के नाम से स्पेशल हटाने व किराया सामान्य करने की तिथि निर्धारित नहीं की है। जानकारों का कहना है कि ट्रेनों के आरक्षित टिकट चार माह पहले ही बुक हो जाते हैं। ऐसे में नियमित नंबर के आधार पर ट्रेनों को चलाने के लिए जोनल स्तर पर प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। प्रस्तावों के आधार पर क्रमवार पुरानी व्यवस्था लागू होगी। दरअसल, कोरोना काल में एक जून 2020 से ही यात्री ट्रेनें स्पेशल के नाम पर चल रही हैं। सभी ट्रेनों के नंबरों में शून्य जुड़ गया है।

यात्रियों को देना पडता था अतिरिक्‍त किराया

यात्रियों को स्पेशल के नाम पर सामान्य से अतिरिक्त किराया देना पड़ रहा है। त्योहारों में चलने वाली पूजा स्पेशल ट्रेनों में तो सामान्य से डेढ़ गुना अधिक किराया लग रहा है। यही नहीं यात्रियों को पैसेंजर ट्रेनों (सवारी गाड़ी) में भी एक्सप्रेस का किराया देना पड़ रहा। न्यूनतम 15 की जगह 30 रुपये लग रहे हैं। यानी, सभी श्रेणी के यात्रियों की जेब ढीली हो रही है। स्पेशल के नाम पर यात्रियों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।


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