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Railway News: स्पेशल ट्रेनों के नाम पर यात्रियों की जेब ढीली कर रहा रेलवे, तत्काल से भी अधिक वसूल रहा किराया

NER Gorakhpur Puja Special Trains दीपावली व छठ पर पूजा स्पेशल के नाम पर चलने वाली ट्रेनों में रेलवे तत्काल से भी अधिक किराया वसूल रहा है। इन ट्रेनों में स्पेशल के नाम पर कुछ नहीं है इसके बाद भी यात्रियों से अतिरिक्त किराया वसूला जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep SrivastavaPublished: Tue, 18 Oct 2022 12:05 AM (IST)Updated: Tue, 18 Oct 2022 12:05 AM (IST)
रेलवे स्पेशल ट्रेनों में तत्काल से भी अधिक किराया वसूल रहा है। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रेलवे प्रशासन ट्रेनों का किराया तो नहीं बढ़ा रहा, लेकिन कमाई का कोई माध्यम भी नहीं छोड़ रहा। कोविड काल के बाद से तो त्योहारों में आय बढ़ाने का अवसर खोज ले रहा। दीपावली और छठ में घर आने वाले लोगों की भीड़ क्या बढ़ी, रेलवे ने स्पेशल ट्रेन चलाकर त्योहारी वसूलना शुरू कर दिया है। स्वजन के साथ दीप जलाने व सूर्य को अर्घ्य देने की मजबूरी में यात्रियों की जेब ढीली हो रही है, उन्हें पूजा स्पेशल में नियमित चलने वाली ट्रेनों के तत्काल कोटे के किराया से भी अधिक देना पड़ रहा है।

दीपावली और छठ में गोरखपुर रूट पर घोषित हुई हैं लगभग 15 जोड़ी पूजा स्पेशल गाड़ियां

नियमित चलने वाली दादर एक्सप्रेस में गोरखपुर से मुंबई के लिए वातानुकूलित तृतीय श्रेणी (एसी थर्ड) का किराया करीब 1810 रुपये तथा शयनयान श्रेणी (स्लीपर) का 680 रुपये किराया है। कुशीनगर एक्सप्रेस में भी एसी थर्ड का 1840 तथा स्लीपर का 700 रुपये किराया है। लेकिन गोरखपुर से मुंबई के बीच चलने वाली पूजा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों में एसी थर्ड का लगभग 2350 रुपये तथा स्लीपर का 895 रुपये लग जा रहा है। एसी थर्ड और स्लीपर के यात्रियों को 225 से 500 रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़ रहे हैं। यही स्थिति गोरखपुर से दिल्ली, अमृतसर और हैदराबाद आदि रूटों पर चलने वाली पूजा स्पेशल ट्रेनों की है।

स्पेशल के नाम पर हो रही वसूली लेकिन ट्रेनों में स्पेशल कुछ भी नहीं

यात्रियों को कोई अतिरिक्त सुविधा तो मिल नहीं रही, लेकिन अतिरिक्त किराया जरूर लग जा रहा। यहां जान लें कि यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर रूट पर लगभग 15 जोड़ी पूजा स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की है। घोषित सभी ट्रेनों के टिकट बुक हो चुके हैं। रेलवे अभी और पूजा स्पेशल ट्रेनों को चलाने की योजना बना रहा है। जानकारों का कहना है कि वर्ष 2014-15 से पहले किसी भी स्पेशल ट्रेन अतिरिक्त किराया नहीं लगता था। लोग नियमित ट्रेनों की तरह स्पेशल में भी सफर करते थे। रेलवे ने धीरे-धीरे स्पेशल के नाम पर अतिरिक्त किराया वसूलना शुरू किया तो कोविडकाल में और बढ़ गया। नियमित ट्रेनों को भी महीनों पूजा स्पेशल बनाकर अतिरिक्त किराया वसूलता रहा।


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