Railway News: गोरखपुर के रास्ते दो दिन चल सकती है 'राजधानी', पूर्वोत्तर रेलवे ने दी सहमति
संसद में सदर सांसद रवि किशन शुक्ल ने बलिया के रास्ते दिल्ली से डिब्रूगढ़ के बीच चलने वाली राजधानी को गोरखपुर के रास्ते चलाने की मांग की थी। सांसद के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने सार्थक कदम उठाने का आश्वासन दिया था। केंद्र सरकार के आश्वासन के क्रम में रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे को चिट्ठी लिखकर 30 दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी थी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर के रास्ते दो दिन राजधानी एक्सप्रेस चल सकती है। रेलवे बोर्ड की चिट्ठी पर पूर्वोत्तर रेलवे ने ट्रेन चलाने की सहमति दे दी है। साथ ही कहा है कि लखनऊ-गोरखपुर-छपरा रेलमार्ग का ट्रैक (130 किमी प्रति घंटे) राजधानी ट्रेन संचालित करने के लायक है।
पिछले साल कुछ दिनों के लिए बलिया रूट की राजधानी गोरखपुर के रास्ते चलाई गई थी। वर्तमान में लखनऊ-गोरखपुर-छपरा रूट पर 110 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेनें चल रही हैं।
रेलवे प्रशासन के अनुसार बलिया के रास्ते दिल्ली से डिब्रूगढ़ के बीच चलने वाली 20505/06 नंबर की राजधानी गोरखपुर के रास्ते चलाई जा सकती है। यह ट्रेन डिब्रूगढ़ से सोमवार और शुक्रवार को चलती है। इस ट्रेन को छपरा से गोरखपुर रूट पर डायवर्ट कर दिल्ली तक चलाया जा सकता है। इसके अलावा दिल्ली से डिब्रूगढ़ के बीच चलने वाली 20503/04 नंबर की राजधानी मंगल, बुध, बृहस्पति, शनि और रविवार को चलती है, जो यथावत चलती रहेगी।
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दरअसल, पूर्वांचल का प्रमुख शहर गोरखपुर विकास के नए सोपान तय करने लगा है। एम्स, मेडिकल कालेज, फर्टिलाइजर के अलावा गीडा में बन रहे गारमेंट हब के चलते गोरखपुर भी भारत के तीव्र गति से विकसित होने वाले शहरों की श्रेणी में आ गया है।
रामायण और बौद्ध सर्किट होने के चलते देश और विदेश से रोजाना हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचने लगे हैं। गोरखपुर के रास्ते ही लोग काठमांडू तक की यात्रा पूरी करते हैं। इसके बाद भी इस रूट पर देश की एक भी प्रमुख ट्रेन नहीं चलती है। यद्यपि, पूर्वोत्तर रेलवे को सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत मिल गई है। 07 जुलाई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी।
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जागरण ने उठाया था मुद्दा, रेलमंत्री तक पहुंची थी मांग
दैनिक जागरण गोरखपुर और बस्ती मंडल की दो करोड़ से अधिक की आबादी सहित बिहार, पड़ोसी देश नेपाल के लोगों, जनप्रतिनिधियों, पर्यटकों और बड़े उद्यमियों को राहत देने के उद्देश्य से 'हमें चाहिए राजधानी' मुहिम चलाता रहा है। पूर्वांचल के प्रमुख धार्मिक, ऐतिहासिक पर्यटन केंद्र और उभरती अर्थव्यवस्था वाले पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर से राजधानी को चलाने की दैनिक जागरण की मुहिम को 14 सितंबर, 2021 को पंख लग गए।
जन प्रतिनिधियों और रेलवे कर्मचारी संगठनों के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने दैनिक जागरण के मुहिम का समर्थन करते हुए गोरखपुर से राजधानी, वंदे भारत और दूरंतो एक्सप्रेस चलाने के लिए रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा।
पत्र के माध्यम से रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर रूट पर राजधानी सहित प्रमुख ट्रेनों की जरूरत बताते हुए बोर्ड से सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आग्रह किया था। मांग रेलमंत्री तक भी पहुंची थी। इस पर उन्होंने कहा था कि 'योगी जी का शहर राजधानी तो जाएगी ही'।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष पद पर पदोन्नति हुए पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने भी 02 जनवरी, 2022 को दैनिक जागरण से अपनी प्राथमिकताएं साझा करते हुए गोरखपुर रूट पर राजधानी का संचालन करने का आश्वासन दिया था।