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Shardiya Navratri 2023: गोरखनाथ मंदिर में कलश स्थापना कर CM योगी आदित्यनाथ करेंगे मां शैलपुत्री की आराधना

Shardiya Navratri 2023 शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा पर गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी आदित्यनाथ आज कलश स्थापना करेंगे। इसके साथ ही मंदिर में आज से विजयदशमी महोत्सव शुरू होगा। विजयदशमी तक मंदिर के शक्तिपीठ में नवरात्र अनुष्ठान होते रहेंगे। गोरखनाथ मंंदिर में अनुष्टान को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है। वहीं शाम पांच बजे गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत कलश यात्रा निकाली जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sun, 15 Oct 2023 07:36 AM (IST)
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गोरखनाथ मंदिर में कलश स्थापना कर सीएम योगी करेंगे मां शैलपुत्री की आराधना। (फाइल)
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गुरु गोरक्षनाथ की तपोभूमि गोरखनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्र के अवसर पर आयोजित होने वाली मां आदिशक्ति की परंपरागत पूजा की तैयारी पूरी हो चुकी है। नवरात्र के पहले दिन रविवार को मंदिर परिसर स्थित अपने आवास के शक्तिपीठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर शाम पांच बजे कलश स्थापित करेंगे और मां भगवती के पहले स्वरूप शैलपुत्री की आराधना करेंगे। इसके साथ ही गोरखनाथ मंदिर में विजयदशमी महोत्सव की शुरुआत भी हो जाएगी।

मंदिर परिसर में होने वाले आयोजन की जानकारी देते हुए प्रधान पुजारी कमलनाथ ने बताया कि शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा पर रविवार की शाम पांच बजे गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत कलश यात्रा निकाली जाएगी। कलश यात्रा में साधु-संत, पुजारी, योगी, वेदपाठी बालक, पुरोहित एवं श्रद्धालु शामिल होंगे।

नाथ पीठ के परंपरागत वाद्ययंत्रों की गूंज और परंपरागत अस्त्र-शस्त्र यात्रा की शोभा होंगे। शक्तिपीठ से निकलकर शोभायात्रा भीम सरोवर पहुंचेगी, जहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश में जल भरा जाएगा। उसी कलश की स्थापना शक्तिपीठ में मुख्यमंत्री के हाथों होगी।

प्रधान पुजारी ने बताया कि नवरात्र के सभी नौ दिन शक्तिपीठ में सुबह और शाम चार से छह बजे तक श्रीमददेवीभागवत की कथा एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाएगा। देवी-देवताओं के आह्वान के साथ हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की आरती भी उतारी जाएगी।

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नवरात्र की अष्टमी तिथि की रात्रि 22 अक्टूबर को सीएम योगी आदित्यनाथ महानिशा पूजन एवं हवन करेंगे। नवमी तिथि को व्रतोपासना की पूर्णाहुति हवन व कन्या पूजन के साथ होगी। 23 अक्टूबर की सुबह गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ मां दुर्गा की प्रतीक नौ कन्याओं का पूजन कर उनके पांव पखारेंगे। बटुक भैरव के रूप में एक बालक भी इस पूजन अनुष्ठान में शामिल होगा।

तिलकोत्सव के बाद निकलेगी विजय शोभायात्रा

विजयदशमी के दिन 24 अक्टूबर को सुबह नौ बजे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ श्रीनाथजी का विशिष्ट पूजन करेंगे। इसी क्रम में पूजा-अर्चना के लिए वह मंदिर परिसर में मौजूद सभी देव-विग्रहों के मंदिरों में भी जाएंगे। दोपहर बाद एक बजे से शाम तीन बजे तक तिलकोत्सव का कार्यक्रम आयोजित होगा। शाम चार बजे योगी विजयरथ पर सवार होकर गाजे-बाजे के साथ मानसरोवर मंदिर के लिए रवाना होंगे।

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मानसरोवर मंदिर परिसर पहुंचकर वह वहां के सभी मंदिरों में देवविग्रहों का पूजन-अभिषेक करेंगे। उसके बाद वह अंधियारी बाग रामलीला मैदान पहुंचेंगे और भगवान श्रीराम का राजतिलक करेंगे। विजयदशमी की रात गोरक्षपीठाधीश्वर साधु-संतों के विवाद के समाधान के लिए दंडाधिकारी की भूमिका भी निभाएंगे। 24 अक्टूबर की शाम सात बजे मंदिर परिसर में गोरक्षपीठाधीश्वर की ओर से ब्राह्मण व अतिथि भोज का आयोजन भी किया जाएगा।

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