Black Deer: सोनभद्र से रेस्क्यू कर यूपी के इस चिड़ियाघर लाए गए छह हिरण, इसे ही लेकर बॉलीवुड स्टार को मिली थी सजा
Black Deer पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप ने बताया कि हिंडालको से गोरखपुर की दूरी 450 किमी है। वन्य जीव को किसी प्रकार का नुकसान न हो इसके लिए 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी से उन्हें लाया गया। गुरुवार की दोपहर ढाई बजे रेस्क्यू किए गये छह हिरण लेकर निकल गया था। नाजुक होने के चलते इस प्रजाति के हिरण को दौड़ाकर नहीं पकड़ा जा सकता है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। Black Deer सोनभद्र के रेणुकूट हिंडालको के मिनी जू से छह हिरण का रेस्क्यू कर लिया गया। शुक्रवार की भोर में डा. योगेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में टीम हिरण को लेकर शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) लेकर पहुंची। इनके आने के बाद चिड़ियाघर में काले व स्वर्ण प्रजाति के हिरण की संख्या 18 हो जाएगी। शेष बचे छह हिरण को पकड़ने के लिए टीम का प्रयास जारी है।
सेंट्रल जू अथारिटी ने हिंडालको में स्थित मिनी जू को बंद करने का निर्देश दिया है। इसके बाद से वहां रह रहे 10 स्वर्ण मृग और दो काले हिरण का रेस्क्यू करने का काम शुरू हुआ। इसमें से छह हिरण रेस्क्यू कर लिए गए।गोरखपुर चिड़ियाघर के बाड़े में इस समय काले और स्वर्ण प्रजाति के 12 हिरण हैं। हिंडालको से सभी के आ जाने के बाद इनका कुनबा बढ़कर 24 हो जाएगा।
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पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप ने बताया कि हिंडालको से गोरखपुर की दूरी 450 किमी है। वन्य जीव को किसी प्रकार का नुकसान न हो इसके लिए 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी से उन्हें लाया गया। गुरुवार की दोपहर ढाई बजे रेस्क्यू किए गये छह हिरण लेकर निकल गया था।
वन्यजीव चिकित्सक ने बताया कि नाजुक होने के चलते इस प्रजाति के हिरण को दौड़ाकर नहीं पकड़ा जा सकता है। इसके अलावा हिंडालकों की जमीन उबड़-खाबड़ होने से जाल डालकर भी उनका रेस्क्यू नहीं किया जा सकता है। इसलिए बोमा विधि से उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
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10 से 15 वर्ष की होती है उम्रकाले हिरण के शिकार को लेकर अभिनेता सलमान खान को सजा सुनाई गई थी। इसके बाद से पूरे देश में इस प्रजाति के हिरण की चर्चा रही। चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार काले हिरण का जीवनकाल 10 से 15 वर्ष का होता है। इसी के करीब में स्वर्ण हिरण की भी उम्र होती है। दुर्लभ प्रजाति होने के चलते काले हिरण को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की सूची में रखा गया है।
भारतीय मृग के रूप में जाना जाता है काला हिरण
काला हिरण भारतीय उपमहाद्वीप में पाए जाते हैं। इसे मुख्य रूप से भारतीय मृग के रूप में भी जाना जाता है। इसकी खासियत यह है कि इनके क्षेत्र में अन्य नरों को अनुमति नहीं होती है। काला हिरण घास के मैदानों और थोड़ा जंगल वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं। साथ ही जहां पानी की पर्याप्त मात्रा होती है वहां यह ज्यादा ठहरते हैं।
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