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50 हजार के इनामी बदमाश को STF ने लुधियाना में दबोचा, पिस्‍टल दिखाकर करता था लूटपाट

एसटीएफ लखनऊ ने बेलघाट के शाहपुर जिगनिया निवासी रमेश यादव को पंजाब के लुधियाना से बुधवार को गिरफ्तार किया। मऊ में लूट की घटना के बाद से यह फरार चल रहा था। इसकी गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। इसके विरुद्ध गोरखपुर में चार आजमगढ़ में चार मऊ में एक और देविरया के गौरीबाजार थाने में एक मुकदमा दर्ज है।

By Rakesh Srivastava Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 25 Jul 2024 11:37 AM (IST)
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मऊ में पेट्रोल पंप कर्मी लूट करने वाला बदमाश रमेश यादव। स्रोत एसटीएफ

जागरण संवाददाता, वाराणसी। वर्ष 2016 में 19 दिसंबर को मऊ में पेट्रोल पंप कर्मी को लूटने के बाद फरार चल रहे 50 हजार के इनामी बदमाश रमेश यादव को एसटीएफ (वाराणसी यूनिट) ने 24 जुलाई को पंजाब के लुधियाना अंतर्गत जीडीएस कांवेंट स्कूल मेहरवान के पास से गिरफ्तार कर लिया।

बदमाश के खिलाफ गोरखपुर, मऊ, आजमगढ़ और देवरिया में गंभीर अपराध के 11 मुकदमें दर्ज हैं। गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ उसे कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लेकर गाजीपुर जिला कारागार को सौंपेगी।

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गाेरखपुर के शाहपुर जिगनिया निवासी फरार रमेश यादव के लुधियाना में वारदात करने की सूचना एसटीएफ मिल रही थी। सीओ शैलेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव ने बदमाश की सुराग लगाने में जुटे तो रमेश के बारे में पता चल पाया।

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छानबीन में पता चला कि मऊ के थाना मधुबन अंतर्गत काठतरावं स्थित मेसर्स किसान सेवा केंद्र (पेट्रोल पंप) के कर्मचारी प्रमोद कुमार को रुपये जमा करने बैंक जाते समय पिस्टल दिखाकर लूटे जाने की घटना में संलिप्तता का पता चल गया। जिसमें एक आरोपित विनोद चौबे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया था, जबकि रमेश हाथ नहीं आ पा रहा था। उसका नाम मादक पदार्थों की तस्करी में भी आ रहा था।

वर्ष 2015 से पहले दर्ज हैं रमेश पर केस

बेलघाट पुलिस के अनुसार, रमेश यादव पर जो भी मुकदमे दर्ज हैं वह वर्ष 2015 से पहले के हैं। उसके बाद से वह जिला छोड़कर बाहर चला गया। स्थानीय पुलिस उसकी निगरानी में घर जाती है, लेकिन वह कभी मिला नहीं। वर्ष 2004 में कस्बे की एक दुकान पर नोकझोंक में दुकानदार ने नाराज होकर रमेश पर तेजाब फेंक दिया था, जिसमें वह घायल हुआ था और मेडिकल कालेज में उसका उपचार हुआ। वर्ष 2015 के बाद से उसने आजमगढ़ व मऊ को अपना ठिकाना बनाया। मऊ में लूट की घटना के बाद वह लुधियाना चला गया था, जहां छिपकर रह रहा था।