गोरखपुर में हादसा: ट्रैक्टर-ट्राली ने छात्रों को मारी टक्कर, बाइक सवार एक छात्र की मौत, दूसरे की हालत गंभीर
दैनिक जागरण ने अपने समाचारीय अभियान के तहत चार मार्च के अंक में रात में सड़कों पर मौत का सौदागर बन चलते हैं मिट्टी लदे वाहन शीर्षक से खबर प्रकाशित कर प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया था। इसमें सरकारी आकड़ों में हर माह 30-32 दुर्घटनाएं होती हैं। इसमें अधिकतर दुर्घटनाएं रात से भोर के बीच में होती हैं और 12 से 15 लोगों की मृत्यु हो जाती है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। खनन की मिट्टी लेकर जा रही ट्रैक्टर-ट्राली ने एम्स के बल्ली चौराहे पर सोमवार को बाइक सवार दो छात्रो को रौंद दिया। इसमें एक की मौके पर ही मृत्यु हो गई। दूसरा साथी गंभीर रूप से घायल है। निजी अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है।
दोनों युवक रघुराई इंटर कालेज, रामनगर कड़जहां से हाईस्कूल का पेपर देकर माड़ापार स्थित घर जा रहे थे। सोमवार की सुबह यूपी बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल के अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी। एम्स के माड़ापार निवासी संदीप उर्फ मुलायाम बाइक से अपने ही गांव के इरफान अंसारी को बैठाकर परीक्षा देने गया।
परीक्षा संपन्न होने के बाद दोनों बाइक से घर के लिए निकले थे कि बल्ली चौराहे पर सामने से तेज रफ्तार में आ रही मिट्टी लदी ट्राली ने उन्हें रौंद दिया। इसमें संदीप की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इरफान की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए ट्रैक्टर-ट्राली को कब्जे में ले लिया है। घटना के बाद चालक फरार हो गया। पुलिस चालक की तलाश में जुटी है।
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खनन का पट्टा निरस्त करने की फाइल डीएम के पास पहुंची
बेलीपार के जोतबगही ऊंचगांव के पास राप्ती नदी में अवैध रूप से खनन का मामला जिलाधिकारी के पास पहुंच गया है। खान अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि 28 फरवरी को राप्ती नदी में खनन करते हुए चार पोकलेन व दो डंपर को सीज किया गया था। राजस्व विभाग की जांच में पट्टा डोमनडाढ़ का मिला और खनन दूसरे जगह किया जा रहा था। पट्टा निरस्त करने के लिए फाइल जिलाधिकारी के पास भेज दी गई है। आगे की कार्रवाई उनके द्वारा की जाएगी।
जांच के लिए नहीं पहुंचा सिंचाई विभागराप्ती नदी को पाटकर उसकी धारा मोड़ने की जांच के लिए अब तक खान विभाग और राजस्व की टीम मौके पर पहुंच गई है। सिंचाई विभाग का कोई कर्मचारी व अधिकारी अब तक मौके पर नहीं पहुंचा, जबकि नदी की देखरेख का जिम्मा सिंचाई विभाग का है।इसे भी पढ़ें- अब गोरखपुर डिपो पर नहीं मिलेंगी बसें, यहां शिफ्ट हो गया पूरा सिस्टम; आधुनिक बस डिपो बनाने की तैयारी शुरू
पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि पुलिस को खनन की मिट्टी लेकर जा रहे वाहनों की जांच करने का अधिकार नहीं है। खान विभाग या मजिस्ट्रेट जब कहते हैं तो संयुक्त रूप से पुलिस जांच के लिए जाती है। इन वाहनों से दुर्घटना होने पर कार्रवाई का अधिकार पुलिस के पास है। ऐसी घटनाओं में पुलिस गाड़ी पकड़कर चालक और उसके मालिक पर कार्रवाई करती है।
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