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गोरखपुर में चिह्नित होते रहे ब्‍लैक स्पाट, नहीं रोक सके हादसे; आंकड़ें देख हो जाएंगे हैरान

गोरखपुर में सड़क हादसों को रोकने के लिए चिन्हित किए गए ब्लैक स्पॉट पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसके कारण दुर्घटनाओं की संख्या में कमी नहीं आ रही है। वर्ष 2022 में 848 दुर्घटनाएं हुई थीं जो 2023 में बढ़कर 935 हो गईं। वहीं 2024 में सितंबर तक ही 901 हादसे हो चुके हैं। इन हादसों में 318 लोगों की मौत हो चुकी है ।

By Jitendra Pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Mon, 04 Nov 2024 10:16 AM (IST)
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चंपा देवी पार्क के पास आय दिन होती है दुर्घटना।जागरण
जितेंद्र पाण्डेय, जागरण गोरखपुर। हादसों को रोकने के लिए परिवहन, प्रशासन, एनएचआइ, पीडब्लूडी और पुलिस हर वर्ष बैठक कर ब्लैक स्पाट चिह्नित करती है। लेकिन उन स्पाट को सही करने के लिए कोई कवायद नहीं करती।

इसका नतीजा है कि दुर्घटनाओं की संख्या में कमी नहीं आ रही है। वर्ष 2022 में दुर्घटनाओं की संख्या 848 थी तो 2023 में बढ़कर 935 हो गई। वहीं 2024 में सितंबर 30 तक ही 901 हादसे हो चुके हैं। इसमें मरने वालों की संख्या 318 है तो 604 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

ये हादसे भी करीब-करीब उन्हीं 13 ब्लैक स्पाट पर हुए हैं, जिसे जिम्मेदार विभागों द्वारा पहले से चिह्नित कर उसे सही करने के लिए संबंधित विभागों ने वादा किया था। रविवार को जागरण की पड़ताल में एक वर्ष बाद भी ब्लैक स्पाट जस के तस मिले। कुछ जगहों को छोड़ कहीं भी साइनेज बोर्ड, स्पीड लिमिट, रंबल स्ट्रिप्स, कैट आई, संकेतक के बोर्ड नहीं मिले। कुल 13 स्पाट में आठ अलग-अलग फोरलेन पर हैं।

जगदीशपुर कोनी में बना ब्लैक स्पाट आय दिन होती है दुर्घटनाएं। जागरण


राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 कैंपियरगंज से आनंदनगर जाने वाले मार्ग पर स्थित मरचाहे कुटी हाईवे पर, शिवपुरा चौराहा, लोहरपुरवा, आइटीआइ स्कूल जाने वाले मार्ग पर लाइट, संकेतक, रंबल स्ट्रिप, सोलर ब्लिंकर, कैमरा समेत अन्य के बोर्ड नहीं लगे हैं। हाईवे के दोनों किनारे पटरियों पर झाड़-झंखाड़ होने से चालकों को असुविधा हो रही है।

पीपीगंज के रावतगंज गोडवारी पुल के निकट गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर, फोरलेन से मुुड़ने वाले जसवल मार्ग, बढ़या मार्ग के पास संकेतक लाइट समेत कोई सुविधा नहीं है। जंगल कौड़िया के पास लाइट तो लगे हैं लेकिन कुछ खराब है। दो पहिया या चार पहिया वाहन सीधे न जाएं इसके लिए फोरलेन के बीच में बने कट पर बैरकेडिंग किया गया है। लेकिन उसे हटाकर दो पहिया वाहन उधर से आ जा रहे हैं।

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गोरखपुर-देवरिया फोरलेन मार्ग पर स्थित रामनगर कड़जहां, फुटहवा इनार, तरकुलहा देवी मोड़, फुलवरिया मोड़, बरही मोड़ समेत फोरलेन से कटने अन्य मार्ग पर न तो संकेतक लगे है और न ही कैमरा, स्पीड लिमिट, साइन बोर्ड लगे हैं। इनके नहीं होने से राहगीरों को असुविधाएं तो हो ही रही हैं, साथ ही अचानक मोड़ पर वाहनों के आ जाने से दुर्घटनाएं हो रही हैं।

रात के समय ये दुर्घटनाएं बढ़ जाती है। जगदीशपुर के पास कुशीनगर फोरलेन पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती है। यहां पर स्पीड लिमिट नहीं होने और चारों तरफ से तेज रफ्तार में आने वाले वाहनों के अचानक मुड़ने से अधिकतर दुर्घटनाएं होती रहती हैं।

जगह-जगह वन-वे से हो रही दुर्घटनाएं

गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन का निर्माण कार्य अभी भी हो रहा है। जगह-जगह काम होने से मार्ग को वन-वे कर दिया जाता है। इससे एक लेन पर तेज रफ्तार वाहन आपस में टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। इस मार्ग पर सबसे अधिक गगहा और बेलीपार थाना क्षेत्र में दुर्घटनाएं होती हैं।

चंपा देवी पार्क मोड़ बना नया स्पाट

नौकायान मार्ग पर चंपा देवी पार्क के पास कट पर नया ब्लैक स्पाट बन गया है। यहां पर हर महीने दो से तीन दुर्घटनाएं होती है, जिसमें अधिकतर की मौत या गंभीर रूप से घायल होने का मामला सामने आता है। इस मार्ग पर बीच में बने डिवाइडर पर पौधे लगाएं गए हैं। पौधों के बड़े हो जाने से और कट के पास स्पीड लिमिट नहीं होने से चंपा देवी पार्क मोड़, सर्किट हाउस मोड़ पर बायी लेन से अचानक वाहनों के मुड़ने से दूसरे लेन से आ रहे वाहनों की टक्कर हो जाती है।

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वर्षवार सड़क दुर्घटनाओं की संख्या

  • 2022 - 848
  • 2023 - 935
  • 2024 - 901 (30 सितंबर तक)
वर्षवार दुर्घटनाओं में मौतों की संख्या

  • 2022 - 369
  • 2023 - 374
  • 2024 - 318 (30 सितंबर तक)
वर्षवार दुर्घटनाओं में घायलों की संख्या

  • 2022 - 562
  • 2023 - 650
  • 2024 - 604 (30 सितंबर तक)

चिन्हित ब्लैक स्पाट

  • - नौसढ़, एनएच 29, थाना गीडा
  • - कालेसर, एनएच 29, थाना गीडा
  • - बोक्टा, एनएच 29, थाना गीडा
  • - मरचाही कुटी, एनएच 24, थाना कैंपियरगंज
  • - रावतगंज एनएच 24, थाना पीपीगंज
  • - फुटहवा इनार , एसएच एक, थाना चौरी चौरा
  • - निबियहवा ढाला, एसएच एक, थाना चौरी चौरा
  • - रामनगर करजहां, एचएस एक, थाना खोराबार
  • - जगदीशपुर (कुशीनगर मार्ग), एनएच 28, थाना एम्स
  • - नौकायान मार्ग, चंपा देवी पार्क के सामने, थाना रामगढ़ताल
निर्धारित गति मानक (किमी प्रति घंटा)

  • राष्ट्रीय राजमार्ग - 100
  • राजमार्ग - 80
  • मुख्य जिला मार्ग - 80
  • अन्य जिला मार्ग - 60
  • ग्रामीण मार्ग - 40
  • आबादी वाले मार्ग - 40
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