लखनऊ के लोकभवन में रखे जाएंगे टेराकोटा के उत्पाद, रोजाना देखेंगे सीएम Gorakhpur News
गोरखपुर के टेराकोटा का उत्पपद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नियमित देखेंगे। यह लखनऊ स्थित लोकभवन में रखा जाएगा।
By Edited By: Updated: Wed, 21 Aug 2019 09:56 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब लखनऊ स्थित लोकभवन में प्रवेश करेंगे तो टेराकोटा (हाथ से बनाई गई मिट्टी की कलाकृतियां) की कलाकृतियां देखेंगे। एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत लोकभवन में हर जिले से चयनित उत्पादों को रखा जाएगा। गोरखपुर में ओडीओपी में टेराकोटा कलाकृति को शामिल किया गया है। यह गोरखपुर का एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत है।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग ने उद्योग विभाग के अफसरों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। उपायुक्त उद्योग पूजा श्रीवास्तव ने कहा कि टेराकोटा हस्तशिल्प की मांग तेजी से बढ़ रही है। लोकभवन में इसे रखे जाने के बाद इसकी लोकप्रियता में और इजाफा होगा। लोकभवन के हाल में रखे जाएंगे उत्पाद ओडीओपी योजना में प्रदेश के सभी जिलों के चयनित उत्पाद लोकभवन के हाल में रखे जाएंगे। इसका मकसद प्रदेश, देश और विदेश से आने वाले मेहमानों को प्रदेश की समृद्ध कला-संस्कृति से अवगत कराना भी है। अमेजन पर बिकता है टेराकोटा उत्पाद टेराकोटा को वैश्रि्वक बाजार देने के लिए उद्योग विभाग ने ऑनलाइन कंपनी अमेजन से करार भी किया है।
पिछले साल से अमेजन पर टेराकोटा के उत्पाद भी बेचे जाते हैं। इसके अलावा देश में लगने वाली हस्तशिल्प प्रदर्शनी में टेराकोटा के उत्पाद रखे जाते हैं। इसे लोग पसंद भी करते हैं। यहां तैयार होते हैं टेराकोटा के हस्तशिल्प गोरखपुर रेलवे स्टेशन से उत्तर औरंगाबाद टेराकोटा का मुख्य केंद्र है। औरंगाबाद एक गांव है। यह गांव पूरी दुनिया की निगाहों में है। जबसे टेराकोटा के उत्पाद अमेजन पर बिकने शुरू हुए हैं, तबसे इसका नाम और तेजी के साथ उभरा है। औरंगाबाद गांव के लोगों मिट्टी की कलाकृतियां तैयार करते हैं। यह कलाकृतियां हाथ से तैयार होती हैं। इसे ही टेराकोटा कहते हैं।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग ने उद्योग विभाग के अफसरों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। उपायुक्त उद्योग पूजा श्रीवास्तव ने कहा कि टेराकोटा हस्तशिल्प की मांग तेजी से बढ़ रही है। लोकभवन में इसे रखे जाने के बाद इसकी लोकप्रियता में और इजाफा होगा। लोकभवन के हाल में रखे जाएंगे उत्पाद ओडीओपी योजना में प्रदेश के सभी जिलों के चयनित उत्पाद लोकभवन के हाल में रखे जाएंगे। इसका मकसद प्रदेश, देश और विदेश से आने वाले मेहमानों को प्रदेश की समृद्ध कला-संस्कृति से अवगत कराना भी है। अमेजन पर बिकता है टेराकोटा उत्पाद टेराकोटा को वैश्रि्वक बाजार देने के लिए उद्योग विभाग ने ऑनलाइन कंपनी अमेजन से करार भी किया है।
पिछले साल से अमेजन पर टेराकोटा के उत्पाद भी बेचे जाते हैं। इसके अलावा देश में लगने वाली हस्तशिल्प प्रदर्शनी में टेराकोटा के उत्पाद रखे जाते हैं। इसे लोग पसंद भी करते हैं। यहां तैयार होते हैं टेराकोटा के हस्तशिल्प गोरखपुर रेलवे स्टेशन से उत्तर औरंगाबाद टेराकोटा का मुख्य केंद्र है। औरंगाबाद एक गांव है। यह गांव पूरी दुनिया की निगाहों में है। जबसे टेराकोटा के उत्पाद अमेजन पर बिकने शुरू हुए हैं, तबसे इसका नाम और तेजी के साथ उभरा है। औरंगाबाद गांव के लोगों मिट्टी की कलाकृतियां तैयार करते हैं। यह कलाकृतियां हाथ से तैयार होती हैं। इसे ही टेराकोटा कहते हैं।
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