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Tablighi Markaz : नेपाल बार्डर के मस्जिदों में 19 दिन तक छिपे रहे ; 20 हिरासत में, 21 पर मुकदमा दर्ज Gorakhpur News

Tablighi Markaz मरकज से जुड़े 20 लोगो को नेपाल में हिरासत में लिया गया महराजगंज में 21 पर मुकदमा दर्ज किया। देवरिया में 13 को घर में रखने पर एक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 03 Apr 2020 02:23 PM (IST)
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Tablighi Markaz : नेपाल बार्डर के मस्जिदों में 19 दिन तक छिपे रहे ; 20 हिरासत में, 21 पर मुकदमा दर्ज Gorakhpur News
गोरखपुर, जेएनएन। Tablighi Markaz : दिल्ली के तब्लीगी मरकज में शामिल होकर लोगों के यूपी के कई शहरों में लौटेने की सूचना के बाद पुलिस और खुफ‍िया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। पूर्वांचल के जिलों में प्रतिदिन तब्‍लीगी मरकज के लोग पकड़े जा रहे हैं। इस बीच मरकज से जुड़े 20 लोगो को नेपाल में हिरासत में लिया गया और महराजगंज जिले में 21 पर मुकदमा दर्ज किया। देवरिया में 13 जमातियों को घर में रखने पर एक व्‍यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। 

बार्डर के तीन मस्जिदों में बनाया ठिकाना

महराजगंज जिले के पुरंदरपुर क्षेत्र के मदरहा ककटही गांव के ईटहिया मस्जिद में मरकज के लिए आए फिरोजाबाद के 14 मौलवी खुद को बचाने के लिए मस्जिदों में छिपते रहे। 19 दिनों के अंदर मौलवियों ने तीन मस्जिदों में ठिकाना बनाया है। इस दौरान वह मस्जिद में आने वालों के संपर्क में रहे। मरकज की बात कहकर ईटहिया मस्जिद में तीन दिनों से ठहरे रहे। एलआइयू, पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। गांव के एक व्यक्ति की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई। देर होती तो सभी मौलवी नेपाल बार्डर वाली एक मस्जिद में चले जाते। जमात के लिए 12 मार्च को सभी लोग फिरोजाबाद से यहां आए थे। बरामद टिकट से इस बात की पुष्टि हुई। पुलिस की ओर से एक-एक को सत्यापन किया गया। जांच में पता चला कि आनंदनगर रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद वहां की एक मस्जिद में सभी चार दिनों तक ठहरे थे। इस बीच कोरोना फैलने की बात को लेकर देश में अलर्ट जारी हुआ। बात चारों तरफ न फैले इसके लिए सभी मौलवी बृजमनगंज के बहदुरी मस्जिद पहुंच गए। कई दिनों तक वहां रुकने के बाद पुरंदरपुर के ईटहिया मस्जिद में पहुंचे। लाकडाउन होने की वजह से सभी अंदर ही रहते थे।

बाहरी व्यक्तियों को देख सकते में आ गए थे ग्रामीण

तीन दिनों से 14 मौलवियों मरकज के नाम पर पुरंदरपुर के ईटहिया मस्जिद में रुके थे। गांव में कोरोना को हल्के में ले रहे थे। मंगलवार को दिल्ली के निजामुद्दीन तब्लीगी जमात के मरकज की खबर चारों तरफ फैलते ही लोग सहम गए। वहां कोरोना संक्रमण के लोगों की बढ़ती संख्या को देखकर गांव के लोग सकते में आ गए और इसकी सूचना पुलिस को दे दी। स्थानीय पुलिस की ओर से पहले मामले में पर्दा डालने की कोशिश की गई, लेकिन मामला सार्वजनिक होते ही हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस मस्जिद में पहुंची। मेडिकल टीम ने सभी का परीक्षण किया और वहीं क्वारंटाइन के लिए शिफ्ट कर दिया।

नेपाल में हिरासत में लिए गए तब्लीगी मरकज से लौटे 20 लोग

नेपाल पुलिस ने मरकज से लौटे 20 लोगों को बारा और सप्तरी जिले से हिरासत में लेकर क्वारंटाइन के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही उनके अन्य साथियों की तलाश में सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। नेपाल पुलिस के अनुसार 200 से अधिक लोग दिल्ली के तब्लीगी मरकज के लिए गए थे, जो वापस नेपाल आ चुके हैं। कोरोना जैसी महामारी देश में न फैले। इसलिए जल्द से जल्द सभी को पुलिस कस्टडी में क्वारंटाइन करने का फरमान नेपाल सरकार ने दिया है। नेपाल के सप्तरी और बारा जिले में गुरुवार को नेपाल पुलिस ने मदरसों में छापेमारी कर 20 लोगों को हिरासत में लिया है। बारा जिला के डीएसपी गौतम मिश्र व सप्तरी जिला के डीएसपी दीपक भारती ने बताया कि अभी तक नेपाल में तब्लीगी मरकज से लौटे 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिनको स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में रखा गया है।

13 जमातियों को घर में रखने वाले के खिलाफ मुकदमा

उधर, देवरिया जिले में दिल्ली के शाहीनबाग निवासी तब्लीगी जमात के 13 सदस्यों को 17 मार्च से अपने घर में ठहराने वाले खुखुंदू थाना क्षेत्र के खजुरी गांव निवासी समीउल्लाह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी को पुलिस की निगरानी में उसी मकान में होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। ये धर्म का प्रचार करने दिल्ली से 10 मार्च को चलकर 11 मार्च को देवरिया पहुंचे थे।

बैजौली मस्जिद में मिले इटावा के 10 मौलवी, क्वारंटाइन किए गए

महराजगंज जिले के श्यामदेउरवा थानाक्षेत्र के बैजौली मस्जिद से पुलिस ने इटावा जिले से जमात करने के लिए लाए 10 लोगों को हिरासत में ले लिया। सभी लोग अपने धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए 13 मार्च से बैजौली मस्जिद में रुके थे। हालांकि बुधवार को पुलिस ने जब मस्जिदों में सर्च अभियान चलाया तो यह मस्जिद को छोड़कर भाग गए और गांव में एक व्यक्ति के यहां छिप गए। इसके बाद गांव के प्रधान ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सभी को क्वारंटाइन के लिए मदरसे में रखा है। पुरंदरपुर मस्जिद में मौलवियों के मिलने के बाद एसपी ने पूरे जिले के मदरसों में सर्च अभियान चलाया था। पुलिस की टीम बैजौली गांव में गई थी।  मस्जिद को खंगाला गया, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। गुरुवार को गांव के प्रधान हबीबुन निशा ने मस्जिद में जमात वालों के होने की सूचना दी। एसएचओ विजय राज सिंह फोर्स के साथ पहुंचे। जमात के लिए आए दस लोग वहां मिले। इनकी पहचान इटावा जिले के छिमारा थाना सैफई निवासी आरिफ, भरतना सरइया निवासी इरशाद, रामगंज मकसूदपुरा निवासी मुईनुद्दीन, चितभवना निवासी हसन मोहम्मद, भरतना सरइया निवासी नूर आलम, गाड़ीपुरा निवासी मोहम्मद यासिर, मुफ्ती टोला इटावा निवासी जमील, सरसिया निवासी रसीद सरिया व इसी जिले हरदोई गांव निवासी नफीस खान व साहिल के रूप में हुई है। जांच में पता चला कि 13 मार्च से जिले के विभिन्न गांवों का वे लोग  भ्रमण कर रहे हैं। संक्रमण को देखते हुए डाक्टरों की एक टीम बुलाकर सभी की जांच कराई गई। सभी लोगों को गांव के मदरसे में क्वारंटाइन के लिए रखा गया है। एसएचओ विजय राय ङ्क्षसह ने कहा कि 10  लोग मस्जिद में मिले हैं। धर्म के प्रचार के लिए आए हैं। दिल्ली के तब्लीगी मरकज से इनका कोई संबंध नहीं है।

मरकज से आए लोगों सहित 23 का जांच के लिए भेजा गया नमूना

महराजगंज में चिकित्सकों की टीम ने जिला महिला अस्पताल में क्वारंटाइन किए गए तब्लीगी मरकज से आए लोगों सहित 23 की जांच के लिए नमूना गोरखपुर मेडिकल कालेज में भेजा है। राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में महराजगंज जिले के 21 लोग शामिल हुए थे। ये सभी लोग कोल्हुई थाना क्षेत्र के कम्हरिया बुजुर्ग, सोनपिपरी खुर्द, एकसड़वा गांव, बड़हरा इंद्रदत्त, तथा पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के विशुनपुर फुलवरिया तथा इसी थाना क्षेत्र के विशुनपुर कुर्सियां के निवासी हैं। इन सभी लोगों को पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार की शाम महराजगंज के जिला महिला अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती कराया था। उधर, परतावल क्षेत्र का एक युवक दुबई से 25 मार्च को अपने घर आया था और परिजनों के साथ रह रहा था। इसकी सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक और उसकी पत्नी को भी जिला महिला अस्पताल में क्वारंटाइन कराया। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने कहा कि क्वारंटाइन किए गए सभी लोगों की जांच के लिए नमूना भेजा गया है। स्वास्थ्य टीम इनकी निगरानी कर रही है।

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