Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

गोरखपुर में सर्किट हाउस के पास फायरिंग में दारोगा के बेटे समेत तीन गिरफ्तार, छ‍ह पहले जा चुके हैं जेल

उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के शहर में सर्किट हाउस के पास हुई फायरिंग की घटना में दारोगा का बेटा भी शामिल था। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। इस घटना में चलती कार में गोलीबारी की गई थी। इस घटना में दो युवकों की जान बाल-बाल बच गई।

By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 06 Oct 2024 11:09 AM (IST)
Hero Image
पुलिस की गिरफ्त में बाएं से शिवम त्रिपाठी और युवराज पांडेय। जागरण

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। सर्किट हाउस के पीछे वैशाली कालोनी (सुरहिया टोला) में फायरिंग कर सनसनी फैलाने की घटना में दारोगा पुत्र भी शामिल था। रामगढ़ताल थाना पुलिस ने शनिवार की सुबह दारोगा पुत्र समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर दोपहर बाद न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। घटना में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।

सीसी कैमरा फुटेज व सर्विलांस की मदद से छानबीन करने पर पता चला कि बहराइच में तैनात दारोगा अशोक पांडेय का बेटा युवराज भी इस वारदात में शामिल था। सोमवार की सुबह क्राइम ब्रांच की टीम के साथ घेराबंदी कर पुलिस ने सिंघड़िया में रहने वाले युवराज पांडेय को गिरफ्तार कर लिया।

मूल रूप से वह देवरिया जिले के बरहज स्थित गौरा गांव का रहने वाला है। तीन वर्ष पहले मुफ्त में शराब न देने पर वरदायिनी हास्पिटल के पास माडल शाप के वेटर की पीटकर हत्या करने की घटना में भी युवराज शामिल था। पूछताछ के बाद उसके साथी सहजनवां के अमरजीत व सिंघड़िया में रहने वाले बड़हलगंज, मुझौना के शिवम त्रिपाठी को दबोच लिया।

इसे भी पढ़ें-झांसी में डांडिया कार्यक्रम में हंगामा, 31 हिरासत में; कानपुर में भी मारपीट का वीडियो वायरल

जांच में पता चला कि ये दोनों भी वारदात में शामिल थे। 30 सितंबर को जेएसआर गार्डेन में विकास कन्नौजिया के साथ हुई मारपीट की घटना में भी शिवम शामिल था। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि घटना में शामिल छह आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जांच में जिनका नाम सामने आया है उनकी तलाश चल रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

मध्य प्रदेश के रीवा का रहने वाला था वेटर

30 सितंबर, 2021 में युवराज अपने साथियों संग माडल शाप में पार्टी करने गया था। मुफ्त में शराब न देने की बात को लेकर मध्य प्रदेश के रीवा, पनगढ़ी खुर्द गांव के रहने वाले वेटर मनीष प्रजापति की डंडे से पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में रामगढ़ताल थाना पुलिस ने आरोपितों को जेल भेजने के साथ ही गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की थी।

इसे भी पढ़ें-बिना पैक कुट्टू के आटे की बिक्री पर लगी रोक, इस वजह से सरकार ने लिया फैसला

यह है मामला

बांसगांव के बैदोली गांव का रहने वाला विपिन कन्नौजिया उर्फ सुल्तान गुरुवार की दोपहर को वैशाली कालोनी में रहने वाले अपने रिश्तेदार गोलू से मिलने गया था। लौटते समय सरसोपार गांव के शुभम यादव, विशाल यादव ने अपने साथियों संग घेराबंदी कर विपिन की कार पर फायरिंग कर दी थी।

हमले में विपिन व उसका साथी राजन बाल-बाल बचे थे। इस मामले में हत्या की कोशिश करने का मुकदमा दर्ज कर रामगढ़ताल थाना पुलिस मुख्य आरोपित शुभम समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें