Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी मिलाने पर भड़के साधु-संत, कड़ी कार्रवाई की मांग
Tirupati Laddu Controversy आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी और मछली का तेल पाए जाने को लेकर संतों-महंतों का गुस्सा फूटा है। महंतों ने इसे श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ और मंदिरों को प्रतिष्ठा को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास माना है। ऐसा करने वालों को चिह्नित करने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।
निश्चित रूप से जिसने भी भगवान के प्रसाद में इस तरह की मिलावट करने की कोशिश की है, वह घृणित व्यक्ति है। वह श्रद्धालुओं का दोषी तो है कि भगवान का भी दोषी है। ऐसे लोगों को भगवान तो सबक सिखाएंगे ही, शासन-प्रशासन स्तर पर भी सजा मिलनी चाहिए। यह प्रभु, भक्तों की आस्था, श्रद्धा और विश्वास पर चोट है। इसे हम हरगिज नहीं बर्दाश्त करेंगे।- महंत शेरनाथ, गोरखनाथ आश्रम, जूनागढ़ गुजरात
यह भी पढ़ें: Tirupati Balaji में 200 साल पहले शुरू हुई प्रसाद बांटने की परंपरा, लड्डूओं से पहले लगता था इस खास चीज का भोगयह सनातन धर्म पर एक आघात है जो छिपाकर किया गया। अपवित्र चीजों की भगवान के प्रसाद में मिलावट कर सनातन धर्म को भ्रष्ट करने की कोशिश की गई है। यह धर्मविरोधी कृत्य है। इसका विरोध होना चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। संत समाज इस घटना से आहत है।- आचार्य रामनारायण त्रिपाठी, महंत, हनुमान मंदिर बेतियाहाता