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त्योहारी सीजन में यात्रियों को लगा झटका, 150 ट्रेनें प्रभावित, 40 निरस्‍त और 140 का बदला रूट

त्योहारों के सीजन में रेलवे ने करोड़ों का नुकसान उठाया है। लाखों लोगों की रेल यात्रा प्रभावित हुई है। 27 अक्टूबर तक लगभग 150 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। गोरखपुर-लखनऊ रूट पर लगभग 40 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। करीब 75 ट्रेनें मार्ग बदलकर चल रही हैं। यात्रियों में भारी आक्रोश है। टिकटों के निरस्तीकरण से रेलवे को भी करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

By Prem Naranyan Dwivedi Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 16 Oct 2024 03:42 PM (IST)
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ट्रेनों के निरस्त होने से लोगों की मुश्‍किलें बढ़ गई हैं।-जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर 02569 नंबर की नई दिल्ली क्लोन एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे महराजगंज के सत्यम को शाम 04:00 बजे के आसपास जब पता चला कि ट्रेन गोरखपुर नहीं आएगी। छपरा से ही डायवर्ट (मार्ग परिवर्तन) हो गई है, तो उनके कान खड़े हो गए।

उनकी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें। दोपहर 12:00 बजे से ही ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। कैसे यात्रा पूरी करें। अब तो कन्फर्म टिकट भी नहीं मिलेगा। थोड़ी देर में सामने सत्याग्रह एक्सप्रेस लग गई। धक्कामुक्की करते किसी तरह बिना टिकट ट्रेन में चढ़ गए।

सत्यम जैसे हजारों लोग मंगलवार को भी रेलवे स्टेशन पर परेशान दिखे। यात्रियों में अफरा-तफरी मची रही। ट्रेनों की सही जानकारी के लिए पूछताछ काउंटर से भीड़ हटने का नाम नहीं ले रही थी।

स्‍टेशन पर खड़ी ट्रेनें।-जागरण।


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डोमिनगढ़ स्टेशन यार्ड रिमाडलिंग के नाम पर रेलवे प्रशासन ने त्योहारों में ही 27 अक्टूबर तक लगभग 150 ट्रेनों का संचालन प्रभावित कर दिया है। 14 से 27 अक्टूबर तक 14 दिन में लाखों लोगों की रेल यात्रा ध्वस्त हो गई है। टिकटों के निरस्तीकरण से रेलवे को भी करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

गोरखपुर- लखनऊ इंटरसिटी के ही करीब 15 हजार यात्रियों का टिकट निरस्त हो चुका है। इंटरसिटी की तरह गोरखपुर-लखनऊ रूट पर लगभग 40 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। करीब 75 ट्रेनें मार्ग बदलकर चल रही हैं। अधिकतर गोरखपुर-बढ़नी-गोंडा के रास्ते तो बिहार से आने वाली कई ट्रेनें छपरा से ही वाराणसी की तरफ मुड़ जा रही हैं।

स्टेशन पर खड़ी सत्याग्रह एक्सप्रेस के दिव्यांगजन बोगी में चढ़ने के लिए यात्रियों की होड़ मची रही।-जागरण


निरस्तीकरण और मार्ग परिवर्तन ने दशहरा के बाद वापसी का संकट खड़ा कर दिया है। दीपावली में घर आने की चिंता सताने लगी है। इसको लेकर लोगों में आक्रोश है। जानकारों का कहना है कि 20 अक्टूबर से ही दीपावली और छठ के लिए लोग घर आना शुरू कर देंगे। लेकिन रेलवे ने गोरखपुर-लखनऊ रूट पर ट्रेनों का संचालन ही ठप कर दिया है।

एक तो ट्रेनों में कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा। निरस्तीकरण और मार्ग परिवर्तन के चलते कन्फर्म टिकट भी कैंसिल हो जा रहा। नियमित ही नहीं स्पेशल ट्रेनों में भी नो रूम (टिकटों की बुकिंग बंद) की स्थिति बनी हुई है। दीपावली और छठ में यात्रियों की भीड़ बढ़ने पर रेलवे का सफर और कठिन हो जाएगा।

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वेटिंगहाल का सबसे बड़ा पंखा बंद

रेल यात्रियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। ट्रेनों के विलंबन के चलते अधिकतर यात्री वेटिंग हालों में शरण लिए हुए हैं। मुख्य गेट पर स्थित सबसे बड़े वेटिंग हाल में लगा सबसे बड़ा पंखा बंद पड़ा है। भीड़ में गर्मी के चलते यात्रियों को परेशानी हो रही है।

यात्रियों ने क्‍या कहा

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