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Gorakhpur News: हाथ के गुलाबी रंग से खुली पाेल तो फफक कर रो पड़ी दारोगा, एक गलती से हो गई गिरफ्तार

घूस लेते रंगे हाथों पकड़ी गईं प्रशिक्षु महिला दरोगा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। एंटी करप्शन टीम ने मुकदमे से नाम निकालने के लिए 10000 रुपये घूस लेने के आरोप में अंकिता को गिरफ्तार किया था। उनका कहना है कि उसे फंसाया जा रहा है उसने कोई रुपये नहीं लिए हैं। लेकिन जब उसका हाथ पानी से धुलवाया तो उसका रंग गुलाबी हो गया।

By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 24 Nov 2024 11:59 AM (IST)
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पोल खुलने के बाद फूट-फूट कर रोने लगी महिला दरोगा। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़ी प्रशिक्षु महिला दारोगा अंकिता खुद को बेकसूर बता कार्रवाई को गलत बता रही थी।उसका कहना था कि महिला से रुपये नहीं लिए हैं उसे फंसाया जा रहा है। एंटी करप्शन की टीम ने शिकायतकर्ता के साथ ही जब उसका भी हाथ पानी से धुलवाया तो उसका रंग गुलाबी हो गया। जिसका नमूमा टीम ने अपने पास रख लिया।भेद खुलने पर निलंबित हुई प्रशिक्षु दारोगा कैंट थाने में फफक कर राेने लगी। शनिवार को उसे दोपहर बाद न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

बिहार के भोजपुर (आरा) जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के नया सवलपुर निवासी मनोज पांडेय की पुत्री अंकिता पांडेय वर्ष 2023 में उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा के पद पर भर्ती हुई थी। गोरखपुर जिले में तैनाती मिलने के बाद उसे मार्च 2023 में पिपराइच थाने भेजा गया था।

शुक्रवार को एंटी करप्शन की टीम ने मारपीट के मुकदमे से नाम निकालने के लिए 10 हजार रुपये घूस लेने अंकिता को गिरफ्तार करने के बाद कैंट थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया। पिपराइच क्षेत्र के लोगों का कहना है कि प्रशिक्षु महिला दारोगा की आम शोहरत ठीक नहीं थी।

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थाने में तैनाती के बाद जितने मुकदमे की विवेचना उसने की है इसकी जांच कराई जाए तो भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आएंगे।सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि मेडिकल कराने के बाद शनिवार को दोपहर बाद कैंट थाना पुलिस ने घूस लेने की आरोपित प्रशिक्षु दारोगा को न्यायालय में पेश किया।

यह है मामला 

पिपराइच के बेला कांटा गांव की रहने वाली उर्मिला देवी पत्नी गोरख निषाद व उनके स्वजन के विरुद्ध 27 सितंबर, 2024 पट्टीदारों ने मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी विवेचना प्रशिक्षु दारोगा अंकिता पांडेय को मिली थी। मुकदमे से बेटियाें का नाम निकालने के लिए उर्मिला से 10 हजार रुपये मांग रही थी।

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जिसकी शिकायत उसने एंटी करप्शन थाने में की थी। शुक्रवार को एंटी करप्शन की टीम ने ट्रैप का जाल बिछाने के बाद उर्मिला को रुपये देने के लिए अंकिता के पास भेजा। रुपये लेने के बाद रंगेहाथ उसे टीम ने गिरफ्तार कर लिया।

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