गोरखपुर में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बोले मोदी-योगी ने बताया कि सत्ता उपभोग नहीं जनसेवा के लिए है
ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ की प्रतिमा का अनावरण करने के लए द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान गोरखपुर आए थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार ने साबित किया कि सत्ता सेवा के लिए होती है उपभोग के लिए नहीं।
By Navneet Prakash TripathiEdited By: Updated: Thu, 23 Sep 2021 07:44 PM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आजादी के बाद 75 सालों में से अधिकतर समय देश एवं उत्तर प्रदेश के लोगों को उनका अधिकार नहीं मिला। उस दौरान जिनके हाथ में सत्ता थी, उन्होंने किसी के साथ न्याय नहीं किया। पूर्ववर्ती सरकारों के लोग सत्ता का उपभोग करते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की सरकार में स्थितियां बदली हैं। सरकार जनसेवा कर रही है। वर्तमान सरकारों ने दिखा दिया है कि सत्ता उपभोग के लिए नहीं बल्कि जनसेवा के लिए होती है।
महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा का किया अनावरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद दिग्विजयनाथ पार्क में लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष की सरकारों को जमकर घेरा। कहा कि पहले की सरकारों में बैठे लोग घड़ियाली आंसू बहाते थे। कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत मिलने वाली धनराशि तिजोरी में भरकर रखते थे लेकिन जनहित में उसका उपयोग नहीं किया। 2014 में मोदी सरकार ने सीएसआर की धनराशि से निश्शुल्क एलपीजी कनेक्शन देने का निर्णय लिया। योगी आदित्यनाथ ने भी शिविर लगाकर लोगों को कनेक्शन बंटवाए। इसके बाद शुरू हुई उज्ज्वला योजना से अब तक प्रदेश के ढाई करोड़ परिवार लाभान्वित हो चुके हैं।
केंद्रीय मंत्री ने महंत दिग्विजयनाथ को बताया युगदृष्टा महंत दिग्विजयनाथ को युगदृष्टा बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस राष्ट्रीय शिक्षा नीति में महिला शिक्षा की बात आज कही गई है, उसे महंत दिग्विजयनाथ ने वर्षों पहले ही व्यक्त किया था। उनकी शिक्षा नीति को पीएम मोदी और योगी लागू कर रहे हैं। गोरक्षपीठ ने जाति, धर्म से ऊपर उठकर एक समान समाज की कल्पना की थी। चौरी चौरा आंदोलन में महंत दिग्विजयनाथ की महत्वपूर्ण भूमिका थी। कल्पना करिए कि यदि मोदी एवं योगी नहीं होते तो कोरोना संक्रमण काल में क्या होता। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश में एक दिन में 40 लाख लोगों को कोरोना रोधी टीका लगाया गया। यहां खाद कारखाना भी कुछ दिनों में चालू हो जाएगा। मुझे काफी खुशी हो रही है क्योंकि अपने पूर्व मंत्रालय में रहते हुए इसकी स्थापना में योगदान करने का मुझे भी अवसर मिला। पराली व गोबर से भी किसान को आय हो सके, इसके लिए कंप्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना भी की जा रही है।
विकास के लिए सकारात्मक सोच जरूरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विकास की अपनी सकारात्मक सोच होती है। जहां सकारात्मकता नहीं, वहां विकास नहीं। पहले की सरकारों में कारखाने बंद किए जा रहे थे। रोजगार खत्म कर लोगों के पेट पर लात मारी जा रही थी। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब सकारात्मक सोच वाली सरकार आयी तो सभी वर्गों के हित में काम किया गया। 1990 में जो खाद कारखाना बंद हो गया था, वह फिर से स्थापित हो गया है। अगले महीने प्रधानमंत्री खाद कारखाने का लोकार्पण करेंगे। सकारात्मक सोच की सरकार आयी तो रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं और हर क्षेत्र में बदलाव नजर आ रहा है। उन्होंने महंत दिग्विजयनाथ को नमन किया। जीडीए के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने सभी के प्रति आभार जताया। इस दौरान प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर सीताराम जायसवाल, सांसद जगदंबिका पाल, रवि किशन, राज्य सभा सदस्य जयप्रकाश निषाद आदि उपस्थित रहे।
योगीराज बाबा गंभीरनाथ के नाम पर गोरखपुर विवि में स्थापित चेयर केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने महंत दिग्विजयनाथ की 52वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनके गुरु योगीराज बाबा गंभीरनाथ के नाम पर दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में चेयर स्थापित किया जाएगा। इसकी स्थापना विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से होगी। पहले पांच साल तक शोधकर्ता यहां शोध कर साहित्य तैयार करेंगे। उसके बाद इसे पांच साल के लिए और बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस घोषणा के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री के प्रति आभार जताया।
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