होली पर घर जाने के लिए इतना परेशान रहे यूपी-बिहार के लोग, न ट्रेन में जगह- देर रात तक बस अड्डों पर रही भीड़
Happy Holi बिहार के लिए ट्रेनें नहीं मिली तो लोग रोडवेज बस स्टेशन की तरफ भागे। स्टेशन परिसर में भी दिनभर लोग बसों में सीट के लिए जूझते रहे। महराजगंज निचलौल ठूठीबारी सोनौली पडरौना तमकुही लार देवरिया और रुद्रपुर जाने वाली बसें खड़ा होते ही भर जा रही थी। स्टेशन परिसर में बसों के लिए दिनभर अफरातफरी मची रही।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रेलवे स्टेशन पर शनिवार को दोपहर 12:30 बजे के आसपास बाघ एक्सप्रेस जैसे ही प्लेटफार्म नंबर एक पर रुकी, ट्रेन के आने का इंतजार कर रहे यात्रियों का रेला कोचों की तरफ उमड़ पड़ा। सभी कोच पहले से ही भरे पड़े थे। जनरल ही नहीं, स्लीपर और एसी कोचों के गेटों पर भी लोग खड़े थे। टायलेट में भी जगह नहीं बची थी। बिहार जाने वाले लोगों को धक्कामुक्की करनी पड़ी। कुछ किसी तरह ट्रेन में चढ़ गए, कई प्लेटफार्म पर ही छूट गए।
बाघ एक्सप्रेस ही नहीं दिल्ली, पंजाब, मुंबई, सूरत, पुणे और सिकंदराबाद से गोरखपुर आने वाली गोरखधाम, वैशाली, हमसफर, बांद्रा आदि ट्रेनें पूरी तरह से फुल थी। बोगियों में पैर रखने की जगह नहीं बची थी। बड़ी संख्या में छात्र, नौकरीपेशा, व्यवसायी और कामगार किसी तरह गोरखपुर पहुंच गए, लेकिन यहां से घर की राह और मुश्किल हो गई। यह तब है जब रेलवे प्रशासन पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न रूटों पर 55 जोड़ी होली स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है।
ट्रेनें नहीं मिली तो रोडवेज की तरफ भागे लोग
बिहार के लिए ट्रेनें नहीं मिली तो लोग रोडवेज बस स्टेशन की तरफ भागे। स्टेशन परिसर में भी दिनभर लोग बसों में सीट के लिए जूझते रहे। महराजगंज, निचलौल, ठूठीबारी, सोनौली, पडरौना, तमकुही, लार, देवरिया और रुद्रपुर जाने वाली बसें खड़ा होते ही भर जा रही थी। स्टेशन परिसर में बसों के लिए दिनभर अफरातफरी मची रही।देर रात तक लोग बसों का इंतजार करते रहे। यद्यपि, स्टेशनों पर संबंधित अधिकारी देर रात तक जमे रहे। गोरखपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक महेश चन्द्र के अनुसार लोकल रूटों पर बसों के फेरे बढ़ा दिए गए थे। अतिरिक्त बसें चलाई गईं। प्रयास किया जा रहा है कि होली में घर आने वाले लोगों को परेशानी न उठानी पड़े।
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