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UP Crime News: कई बार पकड़े गए लुटेरे, पर नहीं खुला रुपये नेपाल भेजने का खेल; पुलिस खंगाल रही नेटवर्क

नेपाल में रुपये भेजने का खेल कौन कर रहा इसकी जानकारी जुटाने में पुलिस जुट गई है। पिछले दो साल में नेपाल बार्डर व गोरखपुर के व्यापारियों से कई बार लूट की घटना हुई। आरोपितों को दबोचकर जेल भी भेजा गया लेकिन रुपये किसने दिए और किसको देने थे इसकी जानकारी नहीं हो सकी। अब महराजंग में पकड़े गए लुटेरों से पूछताछ कर पुलिस पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 21 Oct 2023 11:51 AM (IST)
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यूपी पुलिस नेपाल में रुपये भेजने वाले नेटवर्क को खंगाल रही। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नेपाल बार्डर व शहर के व्यापारियों के रुपये दो वर्ष में कई बार लूटे गए। घटना मानीराम क्रासिंग से महराजगंज जिले के बीच में हुई, जिसे गोरखपुर के गिरोह ने ही अंजाम दिया। रकम ले जाने की मुखबिरी नेपाल बार्डर से हुई। एसटीएफ व जिले की क्राइम ब्रांच ने लुटेरों को पकड़कर जेल भेजा, लेकिन यह सामने नहीं आया कि रुपये किसने दिए और किसे देना था। बृजमनगंज में हुई लूट को भी गोरखपुर व महराजगंज जिले के बदमाशों ने अंजाम दिया था। उनके पकड़े जाने के बाद पुलिस अब पूरे नेटर्वक को खंगाल रही है।

खेल में शामिल लोगों का नाम आएगा सामने

आइजी का कहना है कि जो भी इस खेल में शामिल होगा, उसका नाम सामने आएगा। 24 नवंबर, 2022 को बदमाशों ने महराजगंज, नौतनवां के आजाद वर्मा से मानीराम रेलवे क्रासिंग के पास 60 लाख रुपये लूट लिए थे। पुलिस ने घटना के बाद मुनीम को ही प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। एक दिन बाद चार लाख रुपये लूटे जाने का मुकदमा दर्ज हुआ। नेपाल के व्यापारियों की शिकायत पर एसटीएफ ने जांच की तो पता चला कि आजाद से 60 लाख रुपये की लूट हुई थी।

ऐसे खुला था राज

छह माह बाद वारदात को अंजाम देने वाले चिलुआताल के नकहा नंबर-एक के मनोज साहनी उर्फ टमाटर, नौतनवां, मधुबन नगर में रहने वाले दीपक जायसवाल और गुलरिहा, करमहा के रहने वाले योगेंद्र कुमार उर्फ पन्ने लाल को एसटीएफ ने पकड़ा। बदमाशों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि शहर के कई लोग इस नेटवर्क से जुड़े हैं। 10 अक्टूबर, 2023 को बृजमनगंज में हुई लूट में भी यही खेल हुआ। गोली लगने से घायल हुए अभिमन्यु यादव ने पुलिस को दो लाख रुपये लूटे जाने की जानकारी दी, जबकि वास्तव में 70 लाख से अधिक रुपये थे।

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32 लाख की लूट में भी किया गया था गोलमाल

मनोज साहनी उर्फ टमाटर पर जिले की पुलिस पहले भी मेहरबान रही है। दो वर्ष पहले इसने अपने साथियों संग मिलकर आजाद चौक पर सरिया व्यापारी के मुनीम से 32 लाख रुपये लूट लिए थे। इस घटना को पुलिस ने झूठा बताते हुए मुनीम पर रुपये हड़पने का आरोप लगाकर रामगढ़ताल थाने में प्रताड़ित किया था। पुलिस के दबाव में मुनीम को 32 लाख रुपये कीमत की अपनी भूमि सरिया व्यापारी को बैनामा करनी पड़ी थी। तत्कालीन एसएसपी ने मामले का संज्ञान लिया तो दो माह बाद मनोज साहनी उर्फ टमाटर व उसके साथी पकड़े गए और घटना का पर्दाफाश हुआ।

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गोली लगने से चली गई थी व्यापारी की जान

नौतनवां के रहने वाले व्यापारी को बाइक सवार बदमाशों ने लूट में असफल होने पर 31 दिसंबर, 2020 को मानीराम रेलवे क्रासिंग पर गोली मार दी। अपने भाई के साथ वह रुपये लेकर शहर से नौतनवां जा रहा था। गोली लगने से घायल व्यापारी को स्वजन ने बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया। 12 जनवरी, 2021 को उपचार के दौरान लखनऊ में उसकी मृत्यु हो गई थी। इस घटना को भी मनोज उर्फ टमाटर और उसके साथियों ने अंजाम दिया था।

क्या कहते हैं अधिकारी

शहर से इतनी बड़ी रकम नेपाल बार्डर से सटे कस्बे में कौन भेज रहा है। रुपये लेने वाला कौन और इसकी जांच कराई जा रही है। विवेचक अपनी जांच में इसे स्पष्ट करेंगे। नेटवर्क से जो भी जुड़ा होगा, उसका नाम सामने आएगा। एसपी महराजगंज को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। -जे. रविन्दर गौड, आइजी रेंज

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