अब ट्रेनों में भी यूपी पुलिस, 100 नंबर पर फोन करने पर मिलेगी तत्काल मदद
अब ट्रेनों में भी यूपी पुलिस आपकी सेवा के लिए हाजिर रहेगी। ट्रेनों से भी 100 नंबर डायल करने पर पुलिस संबंधित स्टेशन पर पहुंचकर यात्रियों की समस्याओं का समाधान कराएगी।
गोरखपुर, (सतीश कुमार पांडेय)। रेल यात्री भी सौ नंबर मिलाकर मदद मांग सकेंगे। शासन के निर्देश पर डायल-100 का कार्य क्षेत्र बढ़ा दिया गया है। जीआरपी कंट्रोल रूम, एसपी रेलवे कार्यालय, गोरखपुर, आजमगढ़ और भटनी थाने में मोबाइल डाटा टर्मिनल (एमडीटी) लग गया है। इस माह के आखिरी सप्ताह तक गोरखपुर अनुभाग में यह सेवा शुरू हो जाएगी।
प्रदेश सरकार ने घटना होने के तत्काल बाद मदद पहुंचाने के लिए डायल-100 सेवा शुरू की है। इससे स्टेशन परिसर और ट्रेन को अलग रखा था। ट्रेन व स्टेशन परिसर में यात्रियों को सुरक्षा व सहायता पहुंचाने की जिम्मेदारी जीआरपी और आरपीएफ की है। चलती ट्रेन से यात्री कॉल कर कोई दिक्कत बताता है तो जहां ट्रेन रुकती है, वहां जीआरपी या आरपीएफ मदद करती है। ऐसी स्थिति में अपराध करने वाला भाग निकलता है। घायल यात्रियों को कई घंटों के बाद इलाज मिल पाता है। इससे निपटने के लिए डायल-100 के कार्य क्षेत्र को बढ़ाने के साथ ही स्टेशन परिसर को इससे जोड़ा जा रहा है। सूचना देने पर ट्रेन में एस्कोर्ट कर रहे सिपाही पीडि़त से बातचीत कर तत्काल मदद करेंगे। जिस ट्रेन में आरपीएफ की एस्कोर्ट होगी उसमें चलने वाले जवान को सूचना देकर सहायता दिलाई जाएगी।
ट्रेन के स्टेशन पर रुकने पर जीआरपी पीडि़त से मिलकर समस्या जानने के साथ ही उसका त्वरित समाधान कराएगी। इस व्यवस्था के बाद ट्रेनों व स्टेशन परिसर में होने वाले अपराध पर काफी हद तक नियंत्रण हो जाएगा। पुलिस अधीक्षक रेलवे पुष्पांजलि देवी ने बताया कि डायल-100 का विस्तार किया जा रहा है। कार्यालय में इसका कंट्रोल रूम बना है जिसमें मोबाइल डाटा टर्मिनल (एमडीटी) स्थापित किया जा रहा है। जिससे यात्रियों को शीघ्र ही सहायता व सुरक्षा मिल सकेगी। यह व्यवस्था माह के आखिरी सप्ताह तक पूरे अनुभाग में शुरू हो जाने की उम्मीद है।