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गोरखपुर खाद कारखाना ने पूरी की यूरिया की मांग, यूपी के अलावा बिहार और मध्य प्रदेश भी जा रही यूरिया

Gorakhpur Fertilizer Factory गोरखपुर से बिहार और मध्य प्रदेश तक यूरिया भेजी जा रही है। अक्टूबर महीने में प्रदेश के 61 जिलों में 95 हजार 227 टन यूरिया भेजी गई। इनमें 33 हजार 870 टन यूरिया सड़क मार्ग और 61 हजार 357 टन यूरिया रेल मार्ग से भेजी गई।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep SrivastavaUpdated: Mon, 21 Nov 2022 08:02 AM (IST)
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गोरखपुर खाद कारखाना से बिहार और मध्य प्रदेश तक भेजी जा रही है यूरिया। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के खाद कारखाना ने यूरिया की मांग पूरी कर दी है। गोरखपुर के साथ ही प्रदेश के 61 जिलों में नीम कोटेड यूरिया भेजी जा रही है। इतना ही नहीं बिहार और मध्य प्रदेश में भी गोरखपुर में बनी यूरिया जा रही है। रोजाना चार हजार टन से ज्यादा का उत्पादन कर खाद कारखाना रिकार्ड भी बना रहा है।

सात दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खाद कारखाना का शुभारंभ किया था। शुरुआती दिक्कतों के बाद खाद कारखाना शुरू हुआ तो लगातार उत्पादन क्षमता में इजाफा होता गया। एचयूआरएल ने 3850 टन प्रति दिन उत्पादन का लक्ष्य रखा था। इसके सापेक्ष चार हजार से 41 टन यूरिया का उत्पादन हो रहा है।

अक्टूबर में 95 हजार टन यूरिया भेजी गई

अक्टूबर महीने में प्रदेश के 61 जिलों में 95 हजार 227 टन यूरिया भेजी गई। इनमें 33 हजार 870 टन यूरिया सड़क मार्ग और 61 हजार 357 टन यूरिया रेल मार्ग से भेजी गई। अप्रैल से 19 नवंबर तक एचयूआरएल के खाद कारखाना से प्रदेश के 61 जिलों में तीन लाख 71 हजार 694 टन यूरिया भेजी जा चुकी है।

बिहार में 42 हजार टन यूरिया भेजी गई

खाद कारखान से बिहार को सितंबर महीने से नीम कोटेड यूरिया भेजी जा रही है। तीन महीने में अब तक 42 हजार 920 टन यूरिया भेजी जा चुकी है। मध्य प्रदेश में इसी महीने से यूरिया भेजी जा रही है। अब तक 19 हजार 580 टन यूरिया भेजी जा चुकी है। बिहार के औरंगाबाद, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, जमुई, कैमूर, खगड़िया, नालंदा, पटना, पूर्णिया, रोहतास, सहरसा, समस्तीपुर, सारण, सीतामढ़ी जिलों में गोरखपुर से खाद जाती है। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, रायसेन, राजगढ़, रेवा, सागर, सतना, सीरोह और विदिसा जिले में खाद भेजी जा रही है।

एचयूआरएल के गोरखपुर खाद कारखाना से वर्तमान में तकरीबन 41 सौ टन नीम कोटेड यूरिया का रोजाना उत्पादन हो रहा है। यूरिया की दो सौ से ज्यादा मिनी रैक अब तक रेल मार्ग से भेजी जा चुकी है। - सुबोध दीक्षित, वरिष्ठ प्रबंधक, एचयूआरएल।

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