गोरखपुर खाद कारखाना में ठप हुआ यूरिया का उत्पादन, तकनीकी खराबी के कारण बंद हुईं मशीनें
गोरखपुर खाद कारखाना में तकनीकी खराबी के कारण उत्पादन ठप हो गया है। कंपनी के इंजीनियर तकनीकी खराबी दूर करने में लगे हैं। पिछले दिनों में यहां कई बार तकनीकी खराबी के कारण उत्पादन ठप हो चुका है।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 27 Jul 2022 02:02 PM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के खाद कारखाना में एक बार फिर उत्पादन ठप हो गया है। तकनीकी खराबी के कारण मशीन बंद हो गई है। इंजीनियर मशीन को ठीक करने में जुटे हुए हैं। अफसरों का दावा है कि एक से दो दिन में मशीन ठीक कर फिर उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने किया था उद्घाटन पिछले साल सात दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खाद कारखाना का उद्घाटन किया था। तब 45 दिनों के लिए कारखाना को बंद किया गया था। दावा किया गया था कि मशीन की सफाई के बाद उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा लेकिन लंबे अंतराल के बाद यूरिया का उत्पादन शुरू तो हुआ पर कुछ ही दिन में फिर बंद हो गया। इसके बाद उत्पादन शुरू हुआ तो अफसरों ने जल्द ही पूरी क्षमता से प्लांट चलाने की घोषणा की।
अभी पूरी क्षमता से नहीं शुरू हो पाया है नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन खाद कारखाना शुरू होते समय दावा किया गया था कि 22 जुलाई तक खाद कारखाना में रोजाना 3850 टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होने लगेगा। 3619 टन यूरिया का उत्पादन होने भी लगा था लेकिन अचानक फिर मशीन बंद हो गई।
पूरी क्षमता से चलने के बाद होगा हैंडओवर खाद कारखाना में पूरी क्षमता के साथ नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन शुरू होगा तब इसे एचयूआरएल को हैंडओवर किया जाएगा। अभी जापान की कम्पनी टोयो की देखरेख में उत्पादन हो रहा है।
कई बार ठप हो चुका है उत्पादन बीते दिसंबर माह मे पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद खाद कारखाना कई बाद बंद हो चुका है। यहां नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होना था लेकिन कारखाना का उद्धाटन होने के बाद कुछ दिन बाद ही कारखाना बंद हो गया। बाहर से इंजीनियर बुलाकर इसकी मरम्मत करवाकर चलाया गया लेकिन कुछ दिन चलने के बाद कारखाना फिर बंद हो गया।
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