Railway News: देवरिया से गोरखपुर पहुंचने में वैशाली एक्सप्रेस को लग गए पौने तीन घंटे, यात्री रहे परेशान
पूर्वोत्तर रेलवे के रूट पर ट्रेनों के विलंबन की समस्या बढ़ती ही जा रही है। इस रूट पर दोहरीकरण व विद्युतीकरण होने के बावजूद ट्रेनों का समय पालन नहीं हो पा रहा है। ट्रेनों के लेटलतीफी से यात्रियों को परेशानी हो रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दोहरीकरण और विद्युतीकरण के बाद भी ट्रेनों का समय पालन दुरुस्त नहीं हो पा रहा। छपरा-गोरखपुर और वाराणसी-गोरखपुर रूट पर तो ट्रेनों का विलंबन और बढ़ता जा रहा है। लंबी दूरी की ट्रेनें समय से पहुंचकर भी चौरी चौरा, सरदारनगर, कुसम्ही और कैंट में रुक जा रही हैं। शुक्रवार को पूर्वोत्तर रेलवे रूट की प्रमुख ट्रेन 12553 वैशाली एक्सप्रेस को देवरिया से गोरखपुर करीब 50 किमी की दूरी तय करने में करीब पौने तीन घंटे का समय लग गया। यात्री परेशान रहे।
ये ट्रेनें हुईं लेट
वैशाली एक्सप्रेस शाम 04.10 बजे देवरिया पहुंची। यह ट्रेन गौरीबाजार, चौरी चौरा और कुसम्ही रुकते हुए करीब सात बजे गोरखपुर पहुंची। उसके पीछे चल रही बाघ एक्सप्रेस देवरिया से करीब सवा पांच बजे छूटकर साढ़े सात बजे गोरखपुर पहुंची। यही स्थिति 12565 बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की रही। यह ट्रेन भी देवरिया में दोपहर बाद 03.34 बजे पहुंचकर गोरखपुर शाम 05.46 बजे पहुंची। इनके अलावा अन्य एक्सप्रेस ट्रेनें भी विलंबित हुई। अब तो यह प्रतिदिन की समस्या बन गई है।
क्या कहता है रेलवे प्रशासन
रेलवे प्रशासन का कहना है कि मालगाड़ियों को पास कराने में यात्री ट्रेनें विलंबित हो रही हैं। प्रतिदिन 50 से 60 मालगाड़ियां गोरखपुर रूट से पास कराई जा रही हैं। तो सवाल यह है कि आम यात्री आखिर कब तक ट्रेनों की लेटलतीफी का दंश झेलते रहेंगे।
कुसम्ही- बैतालपुर तीसरी रेल लाइन के लिए लिडार सर्वे जल्द
पूर्वोत्तर रेलवे के कुसम्ही- बैतालपुर तीसरी रेल लाइन के लिए लिडार सर्वे जल्द शुरू हो जाएगा। रेलवे प्रशासन ने लगभग 30 किमी लंबी रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए टेंडर जारी कर दिया है। रेलवे बोर्ड ने डोमिनगढ़- कुसम्ही 25 किमी मार्ग के तीसरी रेल लाइन का विस्तार करते हुए गोरखपुर के रास्ते खलीलाबाद से बैतालपुर तक (करीब 60 किमी) फाइनल लोकेशन सर्वे (एफएलएस) की मंजूरी दे दी है। सर्वे के लिए बजट भी आवंटित कर दिया है। रेलवे बोर्ड ने कुसम्ही- बैतालपुर मार्ग पर तीसरी लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे को पूरा करने के लिए 59 लाख तथा जगतबेला स्टेशन पर डाउन लूप लाइन के विस्तार के साथ
डोमिनगढ़- खलीलाबाद तीसरी लाइन के लिए करीब 60
लाख रुपये आवंटित कर दिया है। यहां जान लें कि गोरखपुर के रास्ते डोमिनगढ़ से कुसम्ही तक तीसरी रेल लाइन का कार्य तेज गति से चल रहा है। 70 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो गया है। दिसंबर 2024 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है। तीसरी रेल लाइन मालगाड़ियों के लिए फ्रेट कारिडोर का कार्य करेगी।
बाराबंकी- छपरा रूट पर चलने वाली मालगाड़ियों के लिए अतिरिक्त मार्ग मिल जाएगा। रेलवे बोर्ड ने मालगाड़ियों की रफ्तार भी 25 से बढ़ाकर लगभग 50 किमी प्रति घंटा कर दिया है। मालगाड़ियों के समय से संचालित होने से यात्री ट्रेनों का संचालन भी और बेहतर हो जाएगा। एक्सप्रेस ट्रेनों का समय पालन भी दुरुस्त हो जाएगा।