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Dussehra 2022: गोरखपुर में चार को निकलेगी विजयदशमी की शोभायात्रा, सीएम योगी आदित्यनाथ भी होंगे शामिल

Dussehra 2022 गोरखपुर में इस बार चार अक्टूबर को ही नवमी व दशमी दोनो मनाई जाएगी। विजयदशमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर से शोभायात्रा मंगलवार को धूमधाम से निकलेगी। इस शोभायात्रा में गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep SrivastavaUpdated: Mon, 03 Oct 2022 10:32 AM (IST)
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गोरखपुर में दशहरा विजय शोभायात्रा में शामिल सीएम योगी आदित्यनाथ। - जागरण फाइल फोटो
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विजयदशमी के अवसर पर गोरक्षपीठ से निकलने वाली गोरक्षपीठाधीश्वर की विजय शोभायात्रा मंगलवार को धूमधाम से निकलेगी। हमेशा की तरह यह शोभायात्रा एक बार फिर सामाजिक समरसता के ताने-बाने को मजबूत करेगी क्योंकि इसमें समाज के हर वर्ग के लोग अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। मार्ग में स्वागत के माध्यम से और शोभायात्रा में शामिल होकर भी।

सामाजिक समरसता के ताने-बाने को मजबूत करती है शोभायात्रा

परंपरा के अनुसार गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ मंगलवार की शाम गुरु गोरक्षनाथ का आशीर्वाद लेकर विजयरथ सवार होंगे। तुरही, नगाड़े और बैंडबाजे की धुन की गूंज के बीच आन-बान-शान के साथ शोभायात्रा मान सरोवर मंदिर पहुंचेगी, जहां योगी देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना करेंगे।

इसी क्रम में शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचेगी, जहां चल रही रामलीला में वह प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे। इसके साथ ही प्रभु श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण व हनुमान जी की आरती भी उतारेंगे। शोभा यात्रा से पहले गोरखनाथ मंदिर में तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें गोरक्षपीठाधीश्वर अपने भक्तों को आशीर्वाद देंगे। यह कार्यक्रम मंदिर के तिलक हाल में होगा। शोभायात्रा के बाद मंदिर में सहभोज का आयोजन भी होगा, जिसमें अमीरी-गरीबी की दीवार टूटती नजर आएगी। सर्वसमाज के लोग इस सहभोज में हिस्सा लेंगे।

संतों के न्यायालय में दंडाधिकारी होंगे योगी

विजयदशमी के दिन नाथ पीठ में संतों का न्यायालय सजने की परंपरा भी है। इस न्यायालय में गोरक्षपीठाधीश्वर दंडाधिकारी की भूमिका में होंगे। वह संतों के विवाद का निस्तारण करेंगे। गोरक्षपीठाधीश्वर को यह अधिकार अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा का अध्यक्ष होने के नाते प्राप्त है। इसे पात्र पूजा भी कहते हैं। क्योंकि विवादों के निस्तारण से पहले संतगण पात्र देव के रूप में योगी आदित्यनाथ की पूजा करते हैं।यह पूजा संत समाज में अनुशासन के लिए भी जानी जाती है।

कुंवारी कन्याओं का पांव पखार योगी करेंगे कन्या पूजना

नवरात्र की प्रतिपदा पर गोरखनाथ मंदिर शक्तिपीठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कलश स्थापना की थी। उसके बाद से शक्तिपीठ में मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों की नियमित आराधना चल रही है। इसका समापन नवमी तिथि पर मंगलवार को होगा, जब मुख्यमंत्री देवीस्वरूपा नौ कुंवारी कन्याओं और एक बटुक भैरव का पांव पखारकर पूजा-अर्चना करेंगे। उन्हें भोजन कराकर उपहार भी देंगे।

कल आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का समय

सुबह 8:21 बजे : श्रीनाथजी का विशिष्ट पूजन

सुबह 11 बजे : कुंवारी कन्याओं का पूजन

दोपहर एक बजे : तिलकोत्सव कार्यक्रम

शाम चार बजे : गोरखनाथ मंदिर से विजय शोभायात्रा का प्रस्थान

शाम सात बजे : प्रसाद वितरण कार्यक्रम व अतिथि भोज।

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