नेपाल सीमा पर एसएसबी जवानों से ग्रामीणों का विवाद, कोतवाली का घेराव
नेपाल सीमा पर एसएसबी और स्थानीय ग्रामीणों में विवाद के बाद ग्रामीणों ने महराजगंज में कोतवाली का घेराव किया। होली के अवसर पर कुछ स्थानीय नागरिक नेपाल जा रहे थे जिन्हें एसएसबी जवानों ने रोक दिया। इसी बात को लेकर विवाद हुआ।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Sun, 20 Mar 2022 11:07 AM (IST)
महराजगंज, जागरण संवाददाता। भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों व स्थानीय युवकों के बीच सीमा पार करने को लेकर हुई कहासुनी में विवाद हो गया। जिसके बाद एसएसबी जवानों पर कस्बे के लोगों को मारने पीटने का आरोप लगाते हुए लोग उग्र हो गए। जिसके बाद लोगों ने कोतवाली का घेराव कर हंगामा किया। साथ ही एसएसबी जवानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। मौके पर पहुंचे पुलिस बल के समझाने के बाद भी बढ़ते विवाद को रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग किया।
यह है मामलाहोली के मौके पर कस्बे के कुछ युवक पगडंडी रास्ते के सीमा पार कर नेपाल जा रहे थे। जहां सीमा सुरक्षा में तैनात एसएसबी जवानों ने उन्हें जाने से रोक दिया। जिसके बाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। मामले को बढ़ता देख एसएसबी जवानों ने एक युवक को कैंप में बैठा लिया। जिसके बाद 10 से ज्यादा की संख्या में स्थानीय लोग इकठ्ठा होकर एसएसबी कैम्प के पास हंगामा करने लगे। सूचना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने भीड़ को तितर- बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
इन लोगों ने किया घेरावइस दौरान कस्बे के पांच युवक विशाल, बलराम, संतोष, सुरेश वर्मा, आशीष को चोट आई। घटना से आक्रोशित लोगों ने कोतवाली परिसर का घेराव कर पुलिस प्रशासन व एसएसबी के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस और एसएसबी जवानों ने उन्हें बेवजह मारा पीटा। मौके पर पहुंचे निचलौल क्षेत्राधिकारी धीरेंद्र उपाध्याय ने आक्रोशित भीड़ को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया तथा कार्यवाई का आश्वासन दिया।
मामला की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस ने सभी घायल युवकों को अपने गाड़ी से जिला अस्पताल महराजगंज उपचार के लिए भेज दिया है। इस दौरान थानाध्यक्ष संजय दुबे, निचलौल एसएचओ सुनील राय, बरगदवा थानाध्यक्ष अजित कुमार, एसओ चौक, चौकी इंचार्ज लक्ष्मीपुर विजय द्विवेदी समेत भारी पुलिस बल तैनात रही।
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