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'साधना में बैठे PM मोदी ने सूर्य देवता को शांत कर दिया है...', मतदान के बाद बोले भाजपा सांसद रवि किशन

गोरखपुर मंडल की छह लोकसभा सीटों पर हो रहे अंतिम चरण के चुनाव में सुबह से तेज गति से मतदान हुआ लेकिन 11 बजे के बाद धूप ने रफ्तार को सुस्त कर दिया है। दोपहर एक बजे तक छह सीटों पर औसत मतदान 39.09 प्रतिशत रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के गोरखनाथ प्राथमिक कन्या विद्यालय पर बने मतदान केंद्र पर वोट देकर लोकतंत्र को मजबूत किया।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 01 Jun 2024 02:24 PM (IST)
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गोरखपुर में वोट देकर निकलते सांसद रविकिशन।
 जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर लोकसभा सीट से दूसरी बार मैदान में उतरे भाजपा सांसद व प्रत्‍याशी रवि किशन ने शनिवार सुबह मतदान किया। इसके बाद उन्‍होंने मीडिया से कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है, मौसम खुशनुमा बना हुआ है, प्रधानमंत्री जी साधना में बैठे हैं और सूर्य देवता को शांत कर दिया। भीषण गर्मी में आज हवा चलने लगी।

उन्‍होंने आगे कहा कि यह रामराज्य का बहुत ही बड़ा संकेत है। तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी जी का विराट रूप में आने का और मेरा भारत बहुत विराट विकसित होगा। यह सोने की चिड़िया बनेगा, कभी झुकेगा नहीं। इनके सामने सब लोग झुकेंगे। कई महीनों से तपस्‍या चल रही थी आज आज फाइनल डे है।

गोरखपुर मंडल की छह लोकसभा सीटों पर हो रहे अंतिम चरण के चुनाव में सुबह से तेज गति से मतदान हुआ लेकिन 11 बजे के बाद धूप ने रफ्तार को सुस्त कर दिया है। दोपहर एक बजे तक छह सीटों पर औसत मतदान 39.09 प्रतिशत रहा।

बता दें कि कन्याकुमारी के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में पीएम मोदी 45 घंटे की ध्यान साधना कर रहे। ध्यान साधना के दौरान प्रधानमंत्री कड़े नियमों का पालन कर र‍हे हैं।

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जानकारी के अनुसार, 45 घंटे के दौरान पीएम मोदी सिर्फ तरल आहार लेंगे। वो नारियल पानी का सेवन करेंगे। अंगूर के जूस का सेवन करेंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान मौनव्रत का पालन करेंगे। वहीं, वो ध्यान कक्ष से बाहर नहीं आएंगे।

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बता दें कि यह स्मारक स्वामी विवेकानंद की याद में ही बनाया बनाया गया है, जिन्होंने देशभर का दौरा करने के बाद 1892 के अंत में समुद्र के अंदर इन चट्टानों पर तीन दिन ध्यान लगाया था और विकसित भारत का सपना देखा था।

इस स्थान पर स्वामी विवेकानंद ने तीन दिनों तक ध्यान लगाया था और विकसित भारत का सपना देखा था। इस स्थान का नाम स्वामी विवेकानंद की याद में ही विवेकानंद रॉक मेमोरियल रखा गया है। यह भारत का सुदूर दक्षिण का हिस्सा है, जहां पर कि पूर्वी व पश्चिमी घाट आपस में मिलते हैं।

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