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Weather News: प्रचंड गर्मी झेलने को तैयार रहे पूर्वांचल, इस बार मार्च व अप्रैल में भी छूटेगा पसीना

Weather news update गोरखपुर सहित पूरे पूर्वांचल में भीषण ठंड का कहर झेलने वाले लोगों को गर्मी के प्रकोप का भी सामना करना पड़ेगा। मौसम विशेषज्ञ के अनुसार इस बार मार्च और अप्रैल सामान्य से ज्यादा गर्म रहेगा।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Fri, 24 Feb 2023 10:55 AM (IST)Updated: Fri, 24 Feb 2023 10:55 AM (IST)
Weather News: इस बार सताएगी प्रचंड गर्मी। (फाइल)

गोरखपुर, राकेश राय। पूर्वांचल के लोगों को इस बार प्रचंड गर्मी झेलने के लिए तैयार रहना होगा। फरवरी से ही गर्मी ने अपना यह रूप दिखाना शुरू कर दिया है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान औसत से अधिक रिकार्ड हो रहा है। बीते 32 वर्ष के प्राप्त आंकड़ों के आधार पर मार्च और अप्रैल के भी सामान्य से ज्यादा गर्म रहने का पूर्वानुमान मौसम विज्ञानी जता रहे हैं।

मार्च में ऐसा रहेगा मौसम का हाल

मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार मार्च का औसत अधिकतम तापमान 32.1 और औसत न्यूनतम तापमान 16.3 डिग्री सेल्सियस है। गणितीय अध्ययन के अनुसार पिछले 16 वर्ष में अधिकतम तापमान औसत से 0.5 से लेकर 3.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकार्ड हुआ। न्यूनतम तापमान में बीते 18 वर्ष में औसत से 0.3 से लेकर 2.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। औसत से अधिक सर्वाधिक अधिकतम तापमान 2004 में और न्यूनतम तापमान 1999 में रिकार्ड किया गया। मौसम विज्ञानी के अनुसार इस वर्ष मार्च में अधिकतम तापमान औसत से 0.5 से 2.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान औसत से .5 से 1.2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने का पूर्वानुमान है।

40 डिग्री से ऊपर रिकॉर्ड किया जा सकता है अप्रैल का तापमान

अप्रैल का औसत अधिकतम तापमान 37.4 और न्यूनतम औसत तापमान 21.3 डिग्री सेल्सियस है। बीते 19 वर्ष में अधिकतम तापमान औसत से 0.1 से लेकर 3.7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, जबकि न्यूनतम तापमान बीते 16 वर्ष में औसत से 0.1 से लेकर 2.1 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकार्ड हुआ। औसत से सर्वाधिक अधिक अधिकतम और न्यूनतम तापमान 1999 में रिकार्ड हुआ। अध्ययन के अनुसार इस बार अप्रैल का अधिकतम तापमान औसत से 0.7 से 2.8 और न्यूनतम तापमान औसत से 0.3 से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रह सकता है। अध्ययन के मुताबिक इस बार के अप्रैल में पांच से छह दिन ऐसे रह सकते हैं, जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकार्ड किया जा सकता है।

इस वजह से गर्म होगा मार्च-अप्रैल

मौसम विज्ञानी के अनुसार इस बार पश्चिमी विक्षोभ कम सक्रिय होने से सर्द पछुआ हवा पूर्वी उत्तर प्रदेश तक सीमित दिनों में ही पहुंचीं, इससे कड़ाके की ठंड की भी कम ही पड़ी। ऐसे में दिन तो गर्म हुआ ही, रात भी औसत से ज्यादा गर्म रही, जिसका असर मार्च और अप्रैल में और अधिक रहेगा।

पछैती गेहूं की पैदावार कम कर सकती है गर्मी

मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार मार्च और अप्रैल में गर्मी अगर पूर्वानुमान के अनुसार पड़ती है, तो उसका असर पछैती गेहूं की पैदावार पर पड़ सकता है। गर्मी की वजह से गेहूं के दाने सूख कर पतले हो जाएंगे, जिससे पैदावार तीन से सात प्रतिशत तक कम हो सकती है।


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