मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय कड़ाके की ठंड जारी रहने का पूर्वानुमान जता रहे हैं इसके लिए वायुमंडलीय परिस्थितियां तैयार बता रहे हैं। गोरखपुर लगातार चौथे दिन कोल्ड-डे का शिकार रहा। तापमान औसत से सात डिग्री सेल्सियस कम रहा जिसके आधार पर मौसम विज्ञानी ने सोमवार को सीवियर कोल्ड-डे करार दिया। सुबह से दोपहर तक चल रही पुरुआ हवा कोहरे की वजह बन रही है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। ठंड ने प्रचंड रूप धारण कर लिया है। गोरखपुर लगातार चौथे दिन कोल्ड-डे का शिकार रहा। फिलहाल यह सिलसिला थम नहीं रहा है। पारा लोगों की उम्मीद के विपरीत गिरता जा रहा है। जमीन पर पहाड़ों सी ठंड ने लोगों का जीवन दूभर कर दिया है।
कांपते लोग धूप निकलने की उम्मीद के साथ आसमान की ओर देख रहे हैं पर उन्हें धुंध के चलते निराशा हाथ लग रही है। मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय कड़ाके की ठंड जारी रहने का पूर्वानुमान जता रहे हैं, इसके लिए वायुमंडलीय परिस्थितियां तैयार बता रहे हैं।
आंकड़ों पर गौर करें तो सोमवार के अधिकतम व न्यूनतम तापमान का न्यूनतम अंतर सुबह से लेकर देर रात तक कड़ाके की ठंड के बने रहने का प्रमाण है। अधिकतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। तापमान का अंतर मात्र 4.7 डिग्री सेल्सियस का रहा। ऐसे में लोगों को पूरे दिन कंपाने वाली ठंड से राहत नहीं मिल सकी।
अधिकतम तापमान एक बार फिर मौसम विभाग के कोल्ड-डे का मानक पूरा करने वाला रहा। यह तापमान औसत से सात डिग्री सेल्सियस कम रहा, जिसके आधार पर मौसम विज्ञानी ने सोमवार को सीवियर कोल्ड-डे करार दिया। सीवियर कोल्ड का मानक औसत से 6.4 डिग्री सेल्सियस कम होना है। कोल्ड-डे के लिए औसत से 4.5 डिग्री सेल्सियस का मानक निर्धारित है।
पश्चिमोत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय
कोल्ड-डे का मानक लगातार चौथे दिन और सीवियर कोल्ड डे का मानक चार दिन में दो दिन पूरा हुआ। मौसम विज्ञानी के अनुसार पश्चिमोत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, इसकी वजह से जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में जमकर बर्फबारी हो रही है। निरंतर चल रही पछुवा हवा पहाड़ों की बर्फीली ठंड पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंचा रही है, जिसकी वजह से गोरखपुर सहित समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है।
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