गोरखपुर में बड़ा हादसा: शादी के बाद पूजा के लिए जा रहा था परिवार, सरयू नदी में नाव पलटी, तीन डूबे, एक महिला की मौत
कोतवाली क्षेत्र के मदरहा निवासी गोविंद साहनी के छोटे पुत्र अजय साहनी की 28 अप्रैल को आजमगढ़ में शादी हुई थी। उसी उपलक्ष्य में परिवार व रिश्तेदारी के लोगों के साथ गोविंद सरयू नदी के घाट पर पहुंचे। कुछ लोग घाट पर रुक गए और एक दर्जन से अधिक लोग नाव पर सवार होकर पूजा के लिए नदी पार करने लगे। इसी बीच हादसा हो गया।
जागरण संवाददाता, झुमिला बाजार। बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र के मदरहा घाट पर सरयू नदी में मंगलवार को छोटी नाव पलट गई। नाव पर एक दर्जन से अधिक लोग बैठकर पूजा के लिए जा रहे थे। इसमें नाविक समेत तीन लोग डूब गएए जबकि एक दर्जन लोगों को बचा लिया गया।
डूबने के पहले नाविक शिवम ने दो लोगों को नदी से बाहर निकाला था। घटना के एक घंटे बाद एसडीएम केसरी नंदन तिवारी और सीओ गोला रत्नेश्वर सिंह के साथ पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने डूबे लोगों में एक महिला का शव बरामद कर लिया। अन्य दो की तलाश कर रही है।
कोतवाली क्षेत्र के मदरहा निवासी गोविंद साहनी के छोटे पुत्र अजय साहनी की 28 अप्रैल को आजमगढ़ में शादी हुई थी। उसी उपलक्ष्य में परिवार व रिश्तेदारी के लोगों के साथ गोविंद सरयू नदी के घाट पर पहुंचे। कुछ लोग घाट पर रुक गए और एक दर्जन से अधिक लोग नाव पर सवार होकर पूजा के लिए नदी पार करने लगे।
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इसी दौरान तेज हवा के चलते नाव पलट गई और उसमें सवार लोग डूबने लगे। घाट पर खड़े स्वजन के शोर मचाने पर गांव के लोग जुटे और किसी तरह दर्जनभर लोगों को बाहर निकाला। लेकिन, मदरहा निवासी नाविक शिवम साहनी, दूल्हे की भाभी सविता उर्फ गुड़िया और गांव की चिंता देवी डूब गईं। एसडीआरएफ ने सविता का शव बरामद कर लिया है।
इन लोगों को बचाकर निकाला गया बाहरनाव पलटने के बाद नदी में से दूल्हा अजय साहनी, उसकी पत्नी भारती, पिता गोविंद, माता निर्मला, बड़ा भाई कमलेश उर्फ करन, भतीजी दिव्या, चाचा रामचंद्र, चाची रेखा, मऊ घोषी की रहने वाली मौसी लीलावती, गांव के पड़ोसी गुड्डी, रूग्दी, सूरसती व सेहरा देने वाला शिवम सैनी को बचाकर बाहर निकाला गया। इसके बाद सभी को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां लीलावती और रेखा को छोड़कर अन्य को चिकित्सकों ने उपचार के बाद छोड़ दिया है।
इसे भी पढ़ें- किसी फिल्म से कम नहीं है इस सीता-गीता की कहानी, दर्ज था हत्या का केस, 15 माह बाद जिंदा लौटीं बहनें, अब पुलिस भी हैरानघर का इकलौता कमाने वाला था शिवमनाविक शिवम साहनी के पिता अच्छेलाल पैर से दिव्यांग हैं। वह दो भाई और चार बहनों में दूसरे नंबर का था। परिवार की जिम्मेदारी शिवम पर थी। नाव पलटने के बाद वह नदी में कूदा और दो लोगों को बचाकर बाहर भी निकाला। तीसरी बार बचाने के लिए नदी में कूदा और फिर उसका पता नहीं चला। पूरा परिवार सदमे है।
दूल्हे के चाचा ने बचाई सात लोगों की जानवहीं एक दूसरे हादसे में बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र के मुसाडोही गांव में मंगलवार को सरयू नदी में नहाने गए किशोर और किशोरी की डूबने से मौत हो गई। दोनों की पहचान नागेंद्र प्रसाद का पुत्र पंकज और डेरवा निवासी रामनिवास की पुत्री निशा के रूप में की। पुलिस ने दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
डेरवा निवासी रामनिवास की पुत्री निशा मुसाडोही स्थित ननिहाल प्रभु यादव के घर आई थी। मंगलवार की सुबह नौ बजे गांव के बच्चे पीछे बह रही सरयू नदी में नहाने के लिए जा रहे थे। निशा भी उनके साथ चली गई।नहाते समय सभी गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। शोर मचाने पर आसपास खड़े लोग दौड़कर नदी में कूदे और छह बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन निशा और पंकज डूब गये। कुछ देर बाद स्थानीय गोताखोरों की मदद से पुलिस ने दोनों का शव बरामद किया।
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