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बच्चों को समझाने के लिए महिला शिक्षक ने पाकिस्‍तान का किया गुणगान Gorakhpur News

महिला शिक्षक ने शादाब खानम ने आनलाइन पढ़ाने के दौरान पाकिस्‍तान का गुणगान करते हुए कई उदाहरण दिए हैं जिस पर अभिभावकों ने आपत्ति जताई हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Updated: Sun, 24 May 2020 07:59 AM (IST)
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बच्चों को समझाने के लिए महिला शिक्षक ने पाकिस्‍तान का किया गुणगान Gorakhpur News
गोरखपुर, जेएनएन। शहर के जीएन पब्लिक स्कूल की कक्षा-चार सेक्शन ए की क्लास टीचर शादाब खानम की तरफ से ऑनलाइन शिक्षण के लिए बने वाट्सएप ग्रुप पर नाउन समझाने के लिए दिए गए उदाहरणों से विवाद खड़ा हो गया है। शिक्षिका ने पाकिस्‍तान का गुणगान करते हुए कई उदाहरण दिए हैं, जिस पर अभिभावकों ने आपत्ति जताई हैं। हालांकि मामले को तूल पकड़ता देख शिक्षिका ने तत्काल पहले वाले उदाहरण को हटा दिया।

इस तरह दिया उदाहरण

महिला शिक्षक शादाब खानम ने नाउन समझाने के क्रम में दिए गए उदाहरण में छात्रों को बताया कि पाकिस्तान हमारी प्रिय मातृभूमि है। 'मैं पाकिस्तानी सेना में शामिल होउंगा तथा 'रशीद मिनहद एक बहादुर सैनिक था आदि। जैसे ही कुछ अभिभावकों ने इसे पर ग्रुप देखा तत्काल इसको स्क्रीन शॉट लेकर वायरल कर दिया। इसको लेकर लोगों में रोष है।

शादाब खानम ने बताया असली मकसद

महिला शिक्षक शादाब खानम ने बड़ी चतुराई से कहा कि मेरा मकसद बच्चों को आसान तरीके से नाउन समझाना था। इसके लिए मैंने गूगल से सर्च कर सबसे छोटा उदाहरण ढूढ़ा। मैंने यह नहीं देखा कि पाकिस्तान है, चाइना है या फिर अमेरिका। जब बाद में मेरे संज्ञान में आया कि इससे लोगों को तकलीफ पहुंची है तो तत्काल मैंने इसे बदल दिया।

पाकिस्‍तान आतंकी देश

भाजपा नेता देशबंधु शुक्‍ल का कहना है कि पाकिस्‍तान आतंकी देश है। वह भारत के दुश्‍मन देशों में एक है। विदेशों में रह रहे लोगों को भी पता है कि पाकिस्‍तान आतंक का केंद्र है। उसने भारत और भारतवासियों नुकसान पहुंचाने के लिए हमेशा से आतंकवादियों का सहारा लिया है। पाकिस्‍तान ही आतंक की फैक्‍ट्री है। जबकि पूरी दुनिया को पता है कि आतंकवादियों का सफाया करने और उनका विरोध करने में भारत का कोई जोड़ नहीं है। ऐसे में भारत के बजाय आतंकी देश पाकिस्‍तान का उदाहरण देना समझ से परे है।

अपने मकसद में कामयाब है महिला शिक्षक

उन्‍होंने कहा कि शादाब खान नामक महिला शिक्षक से यही उम्‍मीद की जा सकती है। उनके जेहन में पाकिस्‍तान और पाकिस्‍तानी ही हैं। भारत और भारतवासी नहीं है। वह और उनके जैसे लोग इस तरह की शिक्षा दे रहे हैं तो कोई आश्‍चर्यजनक नहीं है। वह अपने मकसद में कामयाब हैं। 

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