CM Yogi Birthday: देवभूमि का बच्चा देश के सबसे बड़े राज्य का दो बार बना मुखिया, लोग इन्हें कहते हैं बुलडोजर वाले बाबा
Yogi Adityanath Birthday उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज 52 वर्ष के हो गए हैं। गोरखपुर सहित पूरे देश में उनके चाहने वाले जन्मदिन धूमधाम से मना रहे हैं। इंटरनेट पर बढ़िया का ताता लगा हुआ है हालांकि योगी आदित्यनाथ नाथ नाथ परंपरा के अनुपालन में अपना जन्मदिन नहीं मानते हैं। आइए इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ के बारे में कुछ खास बाते जानते हैं।
डिजिटल डेस्क, जागरण गोरखपुर। (yogi Adityanath Birthday) उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की मतगणना का परिणाम 4 जून 2024 को आ गया है। वहीं 5 जून को सीएम योगी आदित्यनाथ 52 वर्ष (CM Yogi 52nd Adityanath Birthday) के हो गए हैं। हालांकि सीएम योगी आज अपना जन्मदिन नहीं मानते हैं क्योंकि वह नाथ परंपरा का अनुपालन करते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ का सन्यासी से लेकर राजनीति तक का सफर आसान नहीं रहा है। हर बार उनकी भूमिका बदली लेकिन उन्होंने हर बार इतिहास रचा। आज हम उनके बारे में कुछ खास बातें जानते हैं...
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था जन्म सीएम योगी आदित्यनाथ का 5 जून 1972 को देवभूमि उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम आनंद बिष्ट था और वे वन विभाग के अधिकारी थे। बचपन में उन्हें अजय सिंह बिष्ट के नाम से पुकारा जाता था।
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राम मंदिर आंदोलन के दौरान उनकी मुलाकात तत्कालीन गोरख पीठाधीश्वर ब्रह्मलीन अवेद्यनाथ से हुआ। अवेद्यनाथ के सानिध्य में नाथ पंथ के विषय में मिले ज्ञान से योगी का जीवन ऐसा बदलाव की उन्होंने संन्यास का निर्णय ले लिया। 1993 में गोरखनाथ मंदिर आ गए और पंत की परंपरा के अनुरूप अध्यात्म का ज्ञान लिया। वह योग साधना में रम गए, नाथ पंथ के प्रति निष्ठा और साधना देख महंत अवेद्यनाथ ने 15 फरवरी 1994 को गोरखपीठ का उत्तराधिकारी बना दिया।
गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी के तौर पर योगी ने पीठ की लोक कल्याण और सामाजिक समरसता को खूब विस्तारित किया। साथ ही महंत अवेद्यनाथ के ब्रह्मलीन होने के बाद जब 14 सितंबर 2014 को गोरक्षपीठाधीश्वर बने तो यह पूरी तरह से उनके कंधे पर आ गई, जिसे वह बखूबी निभा रहे हैं। इसी भूमिका के तहत व अखिल भारतीय 12 देश पथ योगी सभा के अध्यक्ष भी हैं।इसे भी पढ़ें-गोरखपुर-बस्ती मंडल में निर्दलियों से आगे रहा 'नोटा', छह सीटों पर हैरान करने वाला स्थान किया हासिल
योगी आदित्यनाथ ने लोक कल्याण के क्रम में ही अध्यात्म के साथ-साथ राजनीति में भी कदम रखा और मात्र 26 साल की उम्र में लोकसभा के सबसे कम उम्र के सदस्य बने। इसके बाद राजनीति में उनके कदम जो बड़े, वह बढ़ते ही गए। गोरखपुर की जनता ने योगी को लगातार पांच बार सांसद चुना।अभी यह सिलसिला चल ही रहा था कि उनकी राजनीतिक क्षमता को देखते हुए 2017 में भाजपा के नेतृत्व ने उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री का दायित्व सौंप दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश को जो उपलब्धियां दिलाए वह सबके सामने है। 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत देकर जनता ने उनके नेतृत्व पर दोबारा मोहर लगाई।
संसदीय चुनाव में अजय रहे योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा लड़े और एक लाख से अधिक मतों से जीतकर अपनी अपराज लोकप्रियता को फिर से प्रमाणित किया। यही वजह है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में दोबारा मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई। उन्होंने आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य के दोबारा मुख्यमंत्री बनने का इतिहास रचा।
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