सपा की जीत में बाधा बन रहे थे रुठे नेता, इस दांव ने बदल दिया था पूरे चुनाव का रुख
लोकसभा चुनाव में कस्बे के रूठे कार्यकर्ताओ को मनाना भी समाजवादी पार्टी प्रत्याशी की जीत का एक पहलू रहा है। चुनाव में अपनी अनदेखी के चलते पार्टी के कार्यकर्ताओ का एक धड़ा नाराज था। लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी अजेंद्र सिंह राजपूत को भाजपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सिंह चंदेल से मिली नजदीकी जीत में कस्बे के सभासदों ने भी अपनी भूमिका निभाई है।
संवाद सूत्र, राठ। लोकसभा चुनाव में कस्बे के रूठे कार्यकर्ताओ को मनाना भी समाजवादी पार्टी प्रत्याशी की जीत का एक पहलू रहा है। चुनाव में अपनी अनदेखी के चलते पार्टी के कार्यकर्ताओ का एक धड़ा नाराज था।
लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी अजेंद्र सिंह राजपूत को भाजपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सिंह चंदेल से मिली नजदीकी जीत में कस्बे के सभासदों ने भी अपनी भूमिका निभाई है। जबकि चुनाव के दौरान अपनी अनदेखी के चलते एक दर्जन से ज्यादा सभासद नाराज थे और पार्टी प्रत्याशी के प्रचार से भी दूरी बना रखी थी।
इसकी जानकारी अजेंद्र राजपूत को हुई तो उन्होने अपने भाई रविन्द्र राजपूत सहित पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि राठ सत्यपाल यादव व पूर्व विधायक चरखारी कप्तान सिंह राजपूत को को सभासदों को मनाने के लिए भेजा।
जहां तीनो लोगो ने पहुंचकर नाराज सभासदों से बातचीत करके उनको समझाकर पार्टी में उनके उचित सम्मान बरकरार रहने की बात कहकर जल्द ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात करवाने का आश्वासन भी दिया।
जिसपर नाराज सभासद खालिक कुरैशी, मोहम्मद अलीम, नसीम कुरैशी, ताहिरा, हाफिज, मदन लाल, जगदीश राजपूत, आकाश अनुरागी, जितेंद्र चौबे, संजय यादव, रवि, दिनेश, नारायण ने पार्टी प्रत्याशी का समर्थन कर जीत में एक कड़ी बन अपनी भूमिका निभाई।
इसे भी पढ़ें: 'अपनों ने की चुनाव में गद्दारी, समय आने पर कराया जाएगा एहसास'; भीतरघात करने वालों पर भाजपा सांसद की चेतावनी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।