हमीरपुर में डीएम ने की बड़ी कार्रवाई, फीडबैंक सही नहीं मिलने पर 16 अधिकारियों का रोका वेतन
हमीरपुर के जिलाधिकारी ने 16 अधिकारियों का वेतन रोक दिया है। यह कार्रवाई अधिकारियों द्वारा दिए गए फीडबैक के सही नहीं पाए जाने के कारण की गई। जिलाधिकारी ने योजनाओं की समीक्षा के लिए फीडबैक मांगा था, लेकिन कई अधिकारियों का फीडबैक वास्तविक स्थिति से मेल नहीं खाता था।

जागरण संवाददाता, हमीरपुर। जनसुनवाई पोर्टल (आइजीआरएस) पर प्राप्त शिकायतों में असंतोषजनक फीडबैक मिलने पर जिलाधिकारी घनश्याम मीना ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जिले के 16 अधिकारियों का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने की कार्रवाई की है। साथ ही संबंधित अधिकारियों को तीन दिन के भीतर पोर्टल पर असंतुष्ट फीडबैक के विवरण में आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही निर्देशित किया है कि इस तरह से पुन: कार्यों में सरकारी कार्यों में शिथिलता न बरती जाए।
जिलाधिकारी घनश्याम मीना ने बताया कि जनपद में जनसुनवाई पोर्टल (आइजीआरएस) पर प्राप्त शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण एवं प्राप्त फीडबैक के लिए समय-समय पर निर्देश जारी किए गए। इसके बाद भी सोमवार को की गई समीक्षा में पाया गया है कि कुछ अधिकारियों के द्वारा उत्तरदायित्व के साथ कार्य नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण असंतोषजनक फीडबैक की दर अधिक पाई गई। यह स्थिति जनपद की आगामी रैंकिंग को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर रही है।
पूर्व में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठकों एवं लिखित निर्देशों के माध्यम से सभी अधिकारियों को निरंतर सचेत किया गया था। लेकिन उसके बावजूद भी संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ है। जिससे स्पष्ट होता है कि संबंधित अधिकारियों के द्वारा निर्देशों की अवहेलना की गई है। निर्देशों के बावजूद कार्यशैली में अपेक्षित सुधार न होने एवं उत्तरदायित्व तय करने की दृष्टि से 16 अधिकारियों का वेतन अग्रिम आदेशों तक अवरुद्ध करने की कार्रवाई की गई है।
इन अधिकारियों में तहसीलदार मौदहा, तहसीलदार राठ, खंड विकास अधिकारी मुस्करा, तहसीलदार राठ, अधिशाषी अभियंता प्रांतीय खंड, लोक निर्माण विभाग, अधिशाषी अभियंता प्रांतीय खंड, लोक निर्माण विभाग, खंड विकास अधिकारी कुरारा, जिला प्रोबेशन अधिकारी, महिला कल्याण विभाग, खंड विकास अधिकारी गोहांड, खंड विकास अधिकारी राठ, बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुस्करा, बाल विकास परियोजना अधिकारी, राठ, अधिशाषी अभियंता (यांत्रिकी), बाल विकास परियोजना अधिकारी सुमेरपुर, खंड विकास अधिकारी सरीला, प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक पीएचसी व सीएचसी सरीला शामिल हैं। साथ ही निर्देशित किया है कि यदि तीन दिन में सुधार नही पाया गया या पुन: असंतोषजनक फीडबैक मिलता है तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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