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बेतवा नदी में हो रहा था मौरंग का अवैध खनन, जांच करने पहुंची खनिज टीम को माफिया के गुर्गों ने घेरा

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में मौरंग के अवैध खनन की की सूचना पर खान निरीक्षक जांच करने पहुंचे तो माफिया के गुर्गों ने उनका रास्ता रोक दिया। टीम के आगे बढ़ते ही गुर्गों ने बैकहो लोडर से रास्ता खोद दिया जिससे टीम आगे नहीं बढ़ सकी। सूचना पर पुलिस पहुंची तब जाकर कहीं टीम आगे बढ़ सकी। मामले में चार लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है।

By Anurag Mishra Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 01 Aug 2024 09:34 AM (IST)
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चेकिंग के दौरान सीज किए गए ट्रक व मौजूद खान निरीक्षक पंकज कुमार व थानाध्यक्ष मयंक चंदेल (बाएं से)। \
जागरण संवाददाता, हमीरपुर। मौरंग के अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद मंगलवार की रात जांच करने पहुंचे खान निरीक्षक का माफिया के गुर्गों ने रास्ता रोक लिया और टीम को आगे नहीं बढ़ने दिया। सूचना पर ललपुरा पुलिस पहुंची, तब कहीं जाकर टीम आगे बढ़ सकी।

टीम को बेतवा नदी किनारे अवैध खनन होने के साक्ष्य मिले हैं। टीम के आगे बढ़ते ही गुर्गों ने बैकहो लोडर से रास्ता खोद दिया। रास्ते की मरम्मत कर टीम को निकाला जा सका। खान निरीक्षक ने ग्राम प्रधान टीकापुर, इसके हिस्ट्रीशीटर भाई समेत चार लोगों के खिलाफ तहरीर दी है।

बेतवा नदी में हो रहा मौरंग का अवैध खनन

खान निरीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि मंगलवार को उन्हें सूचना मिली थी कि टीकापुर गांव में बेतवा नदी से मौरंग का अवैध खनन किया जा रहा है। इस सूचना पर रात करीब आठ बजे वह टीम के साथ छापा मारने के लिए पहुंचे। खनन स्थल से कुछ दूरी पर चार लोगों ने बीच रास्ते में खड़े होकर टीम को आगे बढ़ने से रोक दिया। सूचना थाना ललपुरा में दी गई।

जिसके बाद थानाध्यक्ष मयंक चंदेल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। तब कहीं टीम आगे बढ़ी। खान निरीक्षक ने बताया कि बेतवा नदी किनारे अवैध खनन के साक्ष्य मिले हैं। टीम ने मौरंग से भरे आठ ट्रकों को सीज करने के साथ ही एक लोकेशनबाज को दबोचा है।

खान निरीक्षक ने बताया कि जब वह टीम के साथ वापस लौट रहे थे तो इन्हीं लोगों ने मशीन की मदद से कच्चे रास्ते को काट दिया। ताकि टीम यहां से निकल न पाए। इसके बाद रास्ते की मरम्मत कराने के बाद टीम इस इलाके से सुरक्षित बाहर निकल पाई।

चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज

खान निरीक्षक ने बताया कि आसपास के लोगों ने इनकी शिनाख्त गांव प्रधान टीकापुर शिवेंद्र सिंह और इसके हिस्ट्रीशीटर भाई रग्घू के रूप में की है। इनके साथ गांव के दो अन्य लोग थे, उनकी भी शिनाख्त हो गई है। उन्होंने कुल चार लोगों के खिलाफ थाना ललपुरा में तहरीर दी है।

थानाध्यक्ष ललपुरा मयंक सिंह चंदेल ने बताया कि तहरीर के आधार पर चारों आरोपितों के विरुद्ध खनिज चोरी, टीम को धमकाना और सरकारी कार्य में बाधा डालने की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। इनकी गिरफ्तारी को लेकर भी छापेमारी की जा रही है।

रात होते ही शुरू हो जाता है अवैध खनन

जनपद में मौरंग खनन पर रोक के बावजूद रात होते ही अवैध खनन का खेल शुरू हो जाता है। जहां-जहां मौरंग के डंप हैं, वहां अवैध खनन का ग्राफ और तेजी से बढ़ा है। नदी किनारे से खनन करके लाई जा रही मौरंग को इन्हीं डंपों में डाला जा रहा है। ताकि डंप की मौरंग बेचने के साथ-साथ चोरी से लाई जा रही मौरंग को भी ठिकाने लगाया जा सके। टीकापुर के आसपास लंबे समय से अवैध खनन का धंधा चल रहा है। यहां से अवैध रूप से सैकड़ों ट्रैक्टर मौरंग की निकासी होती रहती है।

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