Hapur Suicide Case: दंपती व उसकी पुत्री मौत के जिम्मेदार नामजद आरोपित को जमीन निगल गई या आसमान
Hapur Suicide Case हापुड़ में दंपती व उसकी पुत्री की मौत के मामले में अभी तक पीड़ित परिवार को कोई लाभ नहीं मिला है। इस मामले में अधिकारियों ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी व पट्टा दिलाने का आश्वासन दिया। लेकिन पीड़ित परिवार को कुछ नहीं मिला। पढ़िए आखिर हापुड़ में दंपती और उसकी बेटी की मौत का पूरा मामला क्या है?
जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ जिनपद में धौलाना थाना क्षेत्र के सपनावत में फाइनेंस कंपनी के उत्पीड़न से परेशान होकर एक ही परिवार के तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अधिकारियों ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी व पट्टा दिलाने का आश्वासन दिया। मगर, मदद के नाम पीड़ित परिवार को कुछ नहीं मिल सका है।
उधर, मामले में पुलिस ने तीन लोगों की गिरफ्तारी कर मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया है। नामजद आरोपितों में शामिल युवती की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बता दें कि गांव सपनावत के संजय राणा ने बेटे की पढ़ाई के लिए एक निजी फाइनेंस कंपनी से तीन लाख रुपये का ऋण लिया था। इस पर फाइनेंसर ने करीब 20 प्रतिशत का मनमाना ब्याज लगाया। रुपये नहीं चुका पाने पर अपने एजेंट भेजकर परिवार का उत्पीड़न कराया गया। परिवार के सदस्यों को अपमानित किया गया।
फाइनेंसर ने भी अपने एजेंट के साथ ही खुद भी पीड़ित परिवार को कई बार धमकाया। यहां तक कि घटना से पहले दिन पीड़ित के बेटे काे अगवा कर लिया गया। उसको घंटों बाद अगले दिन किस्त देने का भरोसा मिलने पर ही छोड़ा गया। इस उत्पीड़न के भय से थर्राए संजय राणा उसकी पत्नी प्रेमवती व पुत्री पायल ने 31 अगस्त को जहर खा लिया। जिससे संजय की मौत एक सितंबर व प्रेमवती व काजल की दो अगस्त को हो गई थी
मृतक दंपती के पुत्र रिंकू ने बताया कि घटना के बाद एसडीएम लवी त्रिपाठी ने उससे व उसके स्वजन से मुलाकात की थी। एसडीएम ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को प्राइवेट कंपनी में स्थाई नौकरी और मकान के लिए पट्टा आवंटित कराने का आश्वासन दिया था। एडीएम के कहने पर वह एक कंपनी में नौकरी के लिए गया था। इस पर कंपनी के मालिकों ने ठेकेदारी में मजदूरी पर रखने की बता कही। स्थाई नौकरी देने से इनकार कर दिया। मामले में रिंकू ने एडीएम से गुहार लगाई। इसके बाद उसे दोबारा आश्वासन दे दिया गया। अभी तक उसे पट्टे की जमीन भी नहीं दिलाई गई है।
पूजा को जमीन निगल गई या आसमान
रिंकू ने बताया कि मामले में पुलिस ने नामजद आरोपित जिला एटा के नंगला सुभान के हिम्मत सिंह, थाना हापुड़ के गांव असरा का जयपाल व थाना बाबूगढ़ क्षेत्र की फौजी कालोनी के दुष्यंत को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था। मगर, नामजद आरोपित थाना कपूरपुर क्षेत्र के गांव नरैना की पूजा चौहान को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस ने पीड़ित परिवार को बताया था कि घटना में शामिल तीन अन्य लोगों के नाम भी प्रकाश में आए हैं। अभी तक न तो उनके नाम मुकदमे में शामिल किए हैं। न उनकी गिरफ्तारी के लिए कुछ प्रयास किए गए हैं। ऐसे में पीड़ित परिवार न्याय के लिए भटक रहा है।
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रिंकू ने बताया कि मामले में वह जिलाधिकारी से लेकर एसपी व थाना प्रभारी निरीक्षक से मिल चुका है। मगर, आश्वासन के अलावा पुलिस-प्रशासन ने ठोस कार्रवाई नहीं की है। पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के मालिक का अभी तक कोई पता नहीं लगाया है। बार-बार उसके बारे में पीड़ित व उसके स्वजन से पूछताछ की जा रही है। ऐसे में पीड़ित व उसके स्वजन उच्चाधिकारियों से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाएंगे।शोकसभा के बाद तैयार होगी आगे की रणनीति
रिंकू ने बताया कि शुक्रवार को पिता-माता व बहन की तेहरवीं हैं। उसके घर पर शोक सभा का आयोजन है। इसके बाद मामले में आगे की रणनीति तैयार कर आरोपितों को सजा दिलाने के लिए प्रयास शुरू किए जाएंगे।बोले जिम्मेदार...
- मामले में जो भी आरोपित लिप्त पाया जाएगा। उसका नाम मुकदमे में बढ़ाया जाएगा। मामले में किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ित परिवार को पुलिस न्याय दिलाने का काम करेगी। - ज्ञानंजय सिंह, एसपी हापुड़