Abdul Kalam Death Anniversary: ...जब अचानक हापुड़ पहुंच गए थे डॉ. कलाम, देखने को उमड़ी थी सेलिब्रिटी जैसी भीड़
Abdul Kalam Death Anniversary पूर्व राष्ट्रपति ने गंभीरता के साथ सदियों से उपेक्षित गढ़-ब्रजघाट गंगानगरी को हरिद्वार की तर्ज पर विकसित कराने को हरसंभव स्तर पर वार्ता करने का भरोसा भी दिया था। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के साथ पंतनगर यूनिवर्सिटी को जा रहे देश के नामचीन वैज्ञानिक और कृषि विशेषज्ञ भी गढ़-ब्रजघाट गंगानगरी के पौराणिक महत्व से परिचित हुए थे।
By Jagran NewsEdited By: Pooja TripathiUpdated: Thu, 27 Jul 2023 10:29 AM (IST)
गढ़मुक्तेश्वर, संवाद सहयोगी। राष्ट्रपति पद से हटने के बाद उत्तराखंड की पंतनगर कृषि यूनिवर्सिटी के दौरे पर जाने के दौरान मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम गढ़ स्थित पर्यटन विभाग के राही होटल में रुके थे। जिन्होंने गंगानगरी के अतीत से जुड़ी बातों को बेहद दिलचस्पी के साथ सुना था। अचानक उनके रुकने पर उस समय होटल कर्मचारियों में भी अफरा-तफरी मच गई थी। उनको देखने के लिए लोगों में भी अलग सी ललक थी।
मिसाइल मैन के नाम से विख्यात पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की याद गढ़ गंगानगरी से भी जुड़ी है। जो उत्तराखंड की पंतनगर कृषि यूनिवर्सिटी में उद्बोधन करने जाने के दौरान वर्ष 2008 में दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे किनारे गढ़ में स्थित पर्यटन विभाग के राही होटल में करीब 30 मिनट तक ठहरे थे।
ट्रांसलेटर के माध्यम से महाभारतकाल का इतिहास जाना
इस दौरान उन्होंने होटल में मौजूद व्यापारी नेता दिनेश गर्ग सोनू से ट्रांसलेटर के माध्यम से महाभारतकालीन गढ़मुक्तेश्वर गंगानगरी के पौराणिक इतिहास के विषय में प्रचलित गाथा सुनी थी।व्यापारी दिनेश गर्ग सोनू बताते हैं कि गढ़ खादर में गंगा किनारे प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले पौराणिक मेले का अतीत महाभारत के विनाशकारी युद्ध से जुड़ा है। पूर्व राष्ट्रपति ने गंभीरता के साथ सदियों से उपेक्षित गढ़-ब्रजघाट गंगानगरी को हरिद्वार की तर्ज पर विकसित कराने को हरसंभव स्तर पर वार्ता करने का भरोसा भी दिया था।
इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के साथ पंतनगर यूनिवर्सिटी को जा रहे देश के नामचीन वैज्ञानिक और कृषि विशेषज्ञ भी गढ़-ब्रजघाट गंगानगरी के पौराणिक महत्व से परिचित हुए थे।
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