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नहीं टूट रही अफसरों की नांद, यूपी के इस जिले में धड़ल्ले से चल रहा लिंग भ्रूण जांच का धंधा; खाकी भी सवालों के घेरे में

Hapur News हापुड़ में गर्भपात व लिंग भ्रूण की जांच का धंधा खुलेआम चल रहा है। भले ही सरकार ने इसको लेकर सख्ती कर रखी हो लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से यह धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। जिले में कई बार ऐसे मामलों का खुलासा हो चुका है लेकिन इसके बावजूद भी अफसरों की नींद नहीं टूट रही है।

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Mon, 22 Jul 2024 12:21 PM (IST)
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हापुड़ में गर्भपात और लिंग भ्रूण जांच का धंधा खुलेआम चल रहा है। फाइल फोटो
केशव त्यागी, हापुड़। गर्भपात व लिंग भ्रूण की जांच के मामले में जिला लगातार दागदार होता जा रहा है। आंकड़े दर्शाते हैं कि सरकार की सख्ती के बावजूद जिम्मेदार इस पर अंकुश नहीं लगा पाए हैं। छह दिन पूर्व धौलाना क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग के गर्भपात होने का मामला प्रकाश में आया है। हापुड़ के एक चिकित्सक के यहां नाबालिग का गर्भपात कराया गया है।

इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने तक पुलिस की कार्रवाई सिमटकर रह गई है। अभी तक दुष्कर्म व गर्भपात कराने वाले आरोपित खुले आसमान में सांस ले रहे हैं। पुलिस गर्भपात करने वाले आरोपित चिकित्सक का भी पता नहीं लगा सकी है। इससे साफ स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य विभाग से लेकर खाकी का दामन भी इस धंधे की छीटों से अछूता नहीं हैं।

वहीं, अफसरों की नाक के नीचे लिंग भ्रूण की जांच, गर्भपात, अवैध प्रसव केंद्र का अवैध कारोबार धड़ल्ले से परवान चढ़ रहा है। जिलेभर में फैले एजेंट गर्भपात के लिए 15 से 20, लिंग की जांच के लिए आठ से दस व अवैध डिलीवरी के लिए 30 से 50 हजार रुपये तक वसूले जाते हैं।

गाड़ी के अंदर कर देते हैं लिंग परीक्षण

धंधे में लिप्त आरोपित गाड़ी के अंदर पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन रखकर लिंग का परीक्षण करने का धंधा चला रहे हैं। लिंग परीक्षण के लिए दलाल दंपती से संपर्क करता है। जिसके बाद पैसे का लेन-देन तय हो जाने पर गाड़ी को एकांत स्थान पर बुलाया जाता है। लिंग परीक्षण के लिए महिला को गाड़ी के अंदर बीच वाली सीट पर लिटाकर पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से जांच की जाती है और लिंग परीक्षण के परिणाम को एक पर्ची पर लिखकर दिया जाता है।

आशा और एएनएम भी धंधे में हैं लिप्त

गर्भपात और भ्रूण जांच कराने के लिए आशा और एएनएम को रुपये का लालच दिया जाता है। एक गर्भपात कराने के लिए उन्हें 1000 से 1500 रुपये तक दे दिए जाते हैं। इसके अलावा भ्रूण जांच कराने में भी उनका कमीशन रहता है। वहीं कुछ आशाएं प्रसव कराने के लिए महिलाओं को सरकारी अस्पताल में न ले जाकर निजी अस्पताल में ले जाती हैं। इसके लिए भी उन्हें अच्छी खासी रकम दी जाती है। ऐसे कई मामले जिले में सामने आ चुके हैं।

2023 से अब तक प्रकाश में आए प्रमुख मामले

20 अप्रैल 2023

लिंग भ्रूण की जांच कराने वाले एक गिरोह को जिले की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला बुलंदशहर के गुलावठी के गांव भटौना से गिरफ्तार किया था। मौके से टीम को पोर्टेबल यूएसजी मशीन बरामद हुई। एक साथ आठ गर्भवती महिलाओं को पकड़ा गया। मौके से आपरेटर फरार हो गया था। उस दौरान एक महिला दलाल आशा के पास से रुपये भी बरामद हुए थे।

03 जून 2023

भीमनगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) की पूर्व प्रभारी डॉक्टर खुशबू द्वारा गर्भपात किए जाने का पर्दाफाश हुआ था। खुशबू द्वारा एक माह में 25 महिलाओं का गर्भपात कराया था। गर्भपात के मामले में आशाओं द्वारा रुपये के लालच में आकर गर्भवती महिलाओं का बाहर अल्ट्रासाउंड से लेकर भ्रूण जांच और गर्भपात कराने का मामला भी प्रकाश में आया था। उसी दौरान सीएचसी पर तैनात दो आशाओं को निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गर्भवती का अल्ट्रासाउंड कराते हुए पकड़ा गया था।

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18 जुलाई 2023

बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव कन्नौर में भ्रूण लिंग की जांच की सूचना पर हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा था। इस दौरान एक मकान में अवैध रूप से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से गर्भवती महिला की जांच की जा रही थी। इस दौरान फरीदाबाद के भोला शंकर, धौलाना के मुकेश को कन्नौर गांव के जंगल से गिरफ्तार कर लिया था।

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15 मई 2024

हाफिजपुर क्षेत्र के गांव महमूदपुर में चीन की मशीन से भ्रूण लिंग परीक्षण करते महमूदपुर के जीतपाल और अनुज विहार के राजीव को दबोचा गया था। आरोपित लिंग परीक्षण के 15 हजार रुपये लेते थे। मामले में उक्त दोनों के अलावा जीतपाल की पत्नी राजकुमारी और गढ़मुक्तेश्वर के टिंकू के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

वर्ष 2023 से 2024 तक हुई कार्रवाई

जिले में स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में कुल 43 अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत हैं जो संचालित हो रहे हैं। वर्ष 2023 से 2024 अब तक कुल एक अल्ट्रासाउंड को सील किया गया हैं। गर्भपात के मामलों में एक कार्रवाई की है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार...

लिंग जांच व गर्भपात के धंधे पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस-प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम बनाकर ठोस अभियान चलाया जाएगा। इस धंधे में लिप्त लोगों के बारे में जानकारी कराकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - ज्ञानंजय सिंह, एसपी

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