नहीं टूट रही अफसरों की नांद, यूपी के इस जिले में धड़ल्ले से चल रहा लिंग भ्रूण जांच का धंधा; खाकी भी सवालों के घेरे में
Hapur News हापुड़ में गर्भपात व लिंग भ्रूण की जांच का धंधा खुलेआम चल रहा है। भले ही सरकार ने इसको लेकर सख्ती कर रखी हो लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से यह धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। जिले में कई बार ऐसे मामलों का खुलासा हो चुका है लेकिन इसके बावजूद भी अफसरों की नींद नहीं टूट रही है।
केशव त्यागी, हापुड़। गर्भपात व लिंग भ्रूण की जांच के मामले में जिला लगातार दागदार होता जा रहा है। आंकड़े दर्शाते हैं कि सरकार की सख्ती के बावजूद जिम्मेदार इस पर अंकुश नहीं लगा पाए हैं। छह दिन पूर्व धौलाना क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग के गर्भपात होने का मामला प्रकाश में आया है। हापुड़ के एक चिकित्सक के यहां नाबालिग का गर्भपात कराया गया है।
इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने तक पुलिस की कार्रवाई सिमटकर रह गई है। अभी तक दुष्कर्म व गर्भपात कराने वाले आरोपित खुले आसमान में सांस ले रहे हैं। पुलिस गर्भपात करने वाले आरोपित चिकित्सक का भी पता नहीं लगा सकी है। इससे साफ स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य विभाग से लेकर खाकी का दामन भी इस धंधे की छीटों से अछूता नहीं हैं।
वहीं, अफसरों की नाक के नीचे लिंग भ्रूण की जांच, गर्भपात, अवैध प्रसव केंद्र का अवैध कारोबार धड़ल्ले से परवान चढ़ रहा है। जिलेभर में फैले एजेंट गर्भपात के लिए 15 से 20, लिंग की जांच के लिए आठ से दस व अवैध डिलीवरी के लिए 30 से 50 हजार रुपये तक वसूले जाते हैं।
गाड़ी के अंदर कर देते हैं लिंग परीक्षण
धंधे में लिप्त आरोपित गाड़ी के अंदर पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन रखकर लिंग का परीक्षण करने का धंधा चला रहे हैं। लिंग परीक्षण के लिए दलाल दंपती से संपर्क करता है। जिसके बाद पैसे का लेन-देन तय हो जाने पर गाड़ी को एकांत स्थान पर बुलाया जाता है। लिंग परीक्षण के लिए महिला को गाड़ी के अंदर बीच वाली सीट पर लिटाकर पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से जांच की जाती है और लिंग परीक्षण के परिणाम को एक पर्ची पर लिखकर दिया जाता है।
आशा और एएनएम भी धंधे में हैं लिप्त
गर्भपात और भ्रूण जांच कराने के लिए आशा और एएनएम को रुपये का लालच दिया जाता है। एक गर्भपात कराने के लिए उन्हें 1000 से 1500 रुपये तक दे दिए जाते हैं। इसके अलावा भ्रूण जांच कराने में भी उनका कमीशन रहता है। वहीं कुछ आशाएं प्रसव कराने के लिए महिलाओं को सरकारी अस्पताल में न ले जाकर निजी अस्पताल में ले जाती हैं। इसके लिए भी उन्हें अच्छी खासी रकम दी जाती है। ऐसे कई मामले जिले में सामने आ चुके हैं।2023 से अब तक प्रकाश में आए प्रमुख मामले
20 अप्रैल 2023
लिंग भ्रूण की जांच कराने वाले एक गिरोह को जिले की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला बुलंदशहर के गुलावठी के गांव भटौना से गिरफ्तार किया था। मौके से टीम को पोर्टेबल यूएसजी मशीन बरामद हुई। एक साथ आठ गर्भवती महिलाओं को पकड़ा गया। मौके से आपरेटर फरार हो गया था। उस दौरान एक महिला दलाल आशा के पास से रुपये भी बरामद हुए थे।
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