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हापुड़ में फेमस पटाखा व्यापारी के ठिकानों पर छापेमारी, 6 करोड़ की GST चोरी का आरोप; लैपटॉप गायब

हापुड़ के एक पटाखा व्यापारी पर 6 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी का आरोप है। गोल्डन ट्रेडिंग एजेंसी के मालिक अतुल चौकड़ायत के कार्यालय पर गाजियाबाद की जीएसटी विभाग की एसआईबी टीम ने छापा मारा। छापे के दौरान कई दस्तावेज गायब पाए गए और मुख्य लैपटॉप भी गायब था। अधिकारियों को संदेह है कि व्यापारी ने करोड़ों रुपये की चोरी की है।

By Jagran News Edited By: Sonu Suman Updated: Thu, 31 Oct 2024 04:59 PM (IST)
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हापुड़ में पटाखा व्यापारी के ठिकानों पर छापेमारी।
जागरण संवाददाता, हापुड़। जिले समेत आसपास के क्षेत्रों के पटाखा किंग के नाम से फेमस मेरठ रोड स्थित दीवान पब्लिक स्कूल के सामने गोल्डन ट्रेडिंग एजेंसी पर गाजियाबाद की जीएसटी विभाग की एसआईबी (विशेष अनुसंधान शाखा) की टीम ने छापामारी की थी। इस दौरान 20 सदस्यीय टीम ने एजेंसी के दस्तावेज करीब 11 घंटों तक खंगाला था। अधिकारियों के अनुसार कंपनी संचालक द्वारा मुख्य लैपटॉप गायब कर दिया गया है। आशंका है कि उसने छह करोड़ रुपये से अधिक रुपयों की चोरी की हुई है।

गोल्डन ट्रेडिंग एजेंसी स्वामी अतुल चौकड़ायत जिला समेत आसपास के जिलों में पटाखा निर्माता और विक्रेताओं में सबसे बड़ा नाम है। जीएसटी चोरी की आशंका में एसआईबी टीम की 20 सदस्यीय टीम ने सोमवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे उसके कंपनी में छापा मारा था।

भोजपुर में उसके एक गोदाम में भी छापा मारा

इसके अलावा उसकी के साथ भोजपुर में उसके एक गोदाम में भी छापा मारा था। इस दौरान एजेंसी स्वामी अपने कार्यालय में ताला मारकर वहां से फरार हो गया था। जिसके बाद काफी बुलाने के बाद भी वह मौके पर नहीं पहुंचा था। जिसके बाद टीम ने कार्यालय पर सील मार दी थी। लेकिन उससे पहले ही मौके से मुख्य लैपटॉप को वहां से गायब करा दिया गया था। 

कैश फ्लो समेत रिटर्न आदि के दस्तावेज शामिल

डिप्टी कमिश्नर बीके दीपांकर ने बताया कि प्रार्थना पत्र पर मंगलवार की देर शाम को सील को खोल दिया गया था। इसके बाद टीम द्वारा आगे की कार्रवाई करते हुए बुधवार की सुबह सात बजे तक कार्रवाई की थी। इस दौरान कार्यालय में मिले कई दस्तावेजों को खंगाला गया था। इसमें एजेंसी द्वारा दाखिल किए गए कैश फ्लो समेत रिटर्न आदि के दस्तावेज शामिल थे।

कई दस्तावेजों को गायब कर दिया गया

कार्रवाई के दौरान स्वामी समेत उसके साथियों द्वारा कई दस्तावेजों को गायब कर दिया गया है। मकान का नक्शा तक एक भूल-भुलइया की तरह बनाया गया है। जिसकी मदद से दस्तावेजों को गायब किया हुआ है। कंपनी स्वामी अतुल चौकड़ायत, सौरभ सिंहल और गौरव सिंहल पर करीब एक करोड़ रुपये का टैक्स जमा किया गया है। फिलहाल दस्तावेजों की जांच की जा रही है। विभाग द्वारा पांच वर्ष तक के बिल व रिटर्न की जांच की जा सकती है।

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